Edited By Punjab Kesari,Updated: 15 Nov, 2017 10:31 AM
पंजाब में वायु प्रदूषण का इंडैक्स बढऩे की खबरें तो रोज की बात हो गई हैं लेकिन मंगलवार को वायु प्रदूषण का स्तर इस हद तक बढ़ गया कि 4 तक घंटे लोगों को सांसें अटकी रहीं।
जालंधर (बुलंद) : पंजाब में वायु प्रदूषण का इंडैक्स बढऩे की खबरें तो रोज की बात हो गई हैं लेकिन मंगलवार को वायु प्रदूषण का स्तर इस हद तक बढ़ गया कि 4 तक घंटे लोगों को सांसें अटकी रहीं। जालन्धर शहर में हालात यह थे कि जो भी व्यक्ति घरेलू काम के लिए पैदल या दोपहिया वाहन पर बाहर निकला उसकी आंखों में पानी था और वह फेफड़े, नाक के रास्ते हवा में मौजूद पॉल्यूशन के कण झेल रहा था। यह स्थिति शाम करीब 4 से लेकर 8.30 बजे तक बनी रही। 4 बजे के आसपास जालन्धर का एयर क्वालिटी इंडैक्स 1100 के पार चला गया था और शाम 7 बजे करीब यह 600 के स्तर पर था। 4 घंटे में वायु प्रदूषण में 600 अंक की गिरावट से शहर की सांस में सांस आई। हालांकि वायु प्रदूषण का यह स्तर भी सामान्य के मुकाबले 6 गुणा ज्यादा है। वहीं लुधियाना में भी ऐसी ही स्थिति थी। एयर क्वालिटी इंडैक्स 684 तक पहुंच गया था। वहीं सोमवार की शाम मौसम में एकाएक तब्दीली आई और बूंदाबांदी के साथ बारिश का सिलसिला शुरू हो गया। इससे जहां आबोहवा में घुले स्मॉग से कुछ राहत मिली, वहीं हल्की हवा चलने के कारण देर रात तक बारिश होती रही।
जालन्धर में एयर क्वालिटी इंडैक्स मंगलवार 3 बजे के बाद अचानक बढऩा शुरू हुआ जो 3.47 बजे तक 1109 पर पहुंच गया जोकि 50 से 100 के बीच में होना चाहिए। इससे पता चलता है कि आप सांस के रूप में रोजाना 50 सिगरेटों के धुएं जितनी गंदी हवा अपने अंदर खींच रहे हैं। शहर में इतना ज्यादा प्रदूषण बढऩे के कारण आम जनता में भय का माहौल बना हुआ है। मामले बारे माहिरों और आम लोगों से बात की तो ऐसे विचार सामने आए :
सरकार कोई सिस्टम ही नहीं बना पाई : संत सीचेवाल
वातावरण प्रेमी संत बलबीर सिंह सीचेवाल का कहना है कि सारा सिस्टम सरकार ने खराब किया हुआ है बल्कि सरकार के पास कोई सिस्टम है ही नहीं। उन्होंने कहा कि पहले किसानों ने पराली जलानी कम कर दी थी पर कै. अमरेंद्र सिंह की ढील के बाद पराली जलाने में तेजी आ गई। अब हाल यह है कि पराली गीली हो चुकी है जब उसे आग लगाई जाती है तो वो धीरे-धीरे जलती है व चार गुणा ज्यादा प्रदूषण फैला रही है। ऐसे में पंजाब सहित अन्य सरकारें प्रदूषण मुक्ति में पूरी तरह से फेल साबित हुई हैं। उन्होंने कहा कि अब तो बारिश होने से ही वातावरण से स्मॉग छंटेगी।
बढ़ते प्रदूषण के कारण लोग विदेशों में सैटल होने को दे रहे पहल : माहीप्रीत सिंह
ट्रैवल कारोबारी माहीप्रीत सिंह ने कहा कि पंजाब और देश के अन्य हिस्सों में बढ़ते प्रदूषण के कारण लोग देश छोड़कर विदेश में सैटल होने को पहल दे रहे हैं। पहले लोग विदेशों में पैसा कमाने जाते थे अब साफ हवा-पानी के लिए विदेश में सैटल होना चाहते हैं।
पेइङ्क्षचग की तरह पंजाब में भी प्रदूषण अलर्ट जारी हो : प्रो. एम.पी. सिंह
कैमिसट्री के प्रो. एम.पी. सिंह का कहना है कि जिस प्रकार पंजाब की सरकार प्रदूषण रोकने में विफल साबित हो रही है उसे देखते हुए सरकार को तुरंत बर्खास्त कर राष्ट्रपति राज लागू करना चाहिए। पेइङ्क्षचग ने प्रदूषण की रोकथाम के लिए कई प्रकार के अलर्ट जारी किया है। पंजाब में भी ऐसे अलर्ट जारी करके ऑटोज की अंधाधुंध बिक्री, कूड़े और पराली को जलाने आदि पर रोक लगानी चाहिए, तभी इस प्रकार का प्रदूषण कंट्रोल किया जा सकता है।
वैस्टर्न विंड्ज के कारण 1100 के पार हुए एयर क्वालिटी इंडैक्स : इंजी. बहल
प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के एस.ई. संदीप बहल का कहना है कि अकेले जालंधर में ही नहीं पूरे पंजाब में एयर क्वालिटी इंडैक्स 1100 के पार पहुंच गया है। इसका मुख्य कारण पाकिस्तान और अफगानिस्तान से आई वैस्टर्न विंड्ज हैं जोकि भरपूर नमी से भरीं थी वे जब पंजाब में दाखिल हुई तो पंजाब की स्मॉग उसमें घुल गई और वातावरण में बेहद नीचे स्मॉग की एक सतह जम गई जिस कारण पंजाब में एयर क्वालिटी इंडैक्स 1100 के पार पहुंच गया । उन्होंने बताया कि इस बात की खोज आई.एम.डी. चंडीगढ़ व पी.ए.यू. लुधियाना के संयुक्त यत्नों से सामने आई है।
समस्या तो है पर करना क्या पता नहीं : संजय तलवाड़
कांग्रेसी विधायक संजय तलवाड़ ने स्मॉग के मुद्दे पर कहा कि लोग परेशान तो हैं पर इसका हल क्या है उस पर अभी कोई काम नहीं किया है। जब पूछा गया कि आपने मुख्यमंत्री से इस संबंध में कोई बात की तो उन्होंने कहा कि समय लेने की कोशिश कर रहे हैं। मुख्यमंत्री से कहा जाएगा कि सबसिडी किसानों को दी जाए ताकि वह पराली उठवा सकें। लेकिन सरकार के पास पैसा नहीं है तो उस पर वह खामोश हो गए।
पराली जलाना परम्परा है, इसको कैसे रोकें : डाबर
कांग्रेस के विधायक सुरिन्द्र डाबर ने यह कहकर बात खत्म कर दी कि पराली जलाना परम्परा है। लोगों की जान बचाने के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि पिछली सरकार खजाना खाली कर गई।
हमारी सरकार के पास तनख्वाह देने के लिए पैसे नहीं है तो हम किसानों को कहां से पैसा दें। यानी डाबर साहिब के मुताबिक इसका कोई हल नहीं है।
चालान काटने जाते हैं तो किसान मारपीट करते हैं : पन्नू
पंजाब प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के चेयरमैन काहन सिंह पन्नू ने कहा कि अगर विभाग की टीम किसानों के चालान काटने जाते हैं तो किसान अफसरों को तूड़ी वाले कमरे में बंद कर देते हैं। इस संबंधी जब सरकार से बातचीत करते हैं तो सरकार आदेश देती है कि किसानों पर सख्ती न की जाए। लेकिन वह इस बात का जवाब नहीं दे पाए कि बाकी के प्रदूषण को रोकने के लिए बोर्ड क्या कर रहा है।
एक दिन में 28 हजार बार सांस के जरिए स्मॉग बच्चों को कर रही है बीमार : डा. बलदीप
बच्चों के स्पैशलिस्ट डा. बलदीप सिंह कहते हैं कि उनके पास बच्चों को सांस लेने में दिक्कत आने की शिकायत लेकर मां-बाप आ रहे हैं। जांच करने पर पता चला रहा है कि स्मॉग से बच्चों की छाती जाम हो रही है और इंफैक्शन बढ़ रहा है। एक दिन में 28 हजार बार सांस लेते हैं। उदाहरण के तौर पर यदि कोई बड़ा व्यक्ति 100 ग्राम स्मॉग अपने शरीर में लेता है तो सोचो छोटा बच्चा इसे कैसे बर्दाश्त करता होगा। वैसे ही बच्चों की सांस की नली छोटी होती है। इसे क्लीयर करने में काफी दिक्कत होती है। बच्चों में खांसी की शिकायत बढ़ती जा रही है। यदि स्मॉग को कंट्रोल नहीं किया गया तो अस्पतालों में भी हालात खराब हो जाएंगे।
अकाली सरकार के समय नहीं होती थी स्मॉग: शरणजीत ढिल्लों
साहनेवाल से अकाली दल के विधायक शरणजीत सिंह ढिल्लों का जवाब इतना गैर-जिम्मेदाराना वाला था कि इन्हें वोट डालने वालों को भी शर्म आ जाएगी। इन्होंने कहा कि इतनी स्मॉग कांग्रेस की सरकार आने पर हुई है। अकाली सरकार के समय स्मॉग नहीं होती थी। उन्हें जब पूछा गया कि क्या अकाली सरकार के समय किसान पराली नहीं जलाते थे तो उन्होंने कहा कि हमने इतनी छूट नहीं दी थी। कांग्रेस ने किसानों को छूट दे रखी है। इसका हल कांग्रेस को निकालना होगा। आपकी सरकार ने क्या हल निकाला तो उस पर वह चुप्पी साध गए।