Edited By Sunita sarangal,Updated: 21 Sep, 2020 11:26 AM
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार हवाएं बंगाल की खाड़ी से नमी लेकर आती है इसलिए अगर नमी खत्म हो चुकी है तभी.......
जालंधर: इस साल मानसून अपने नए कैलेंडर की तय तारीख से 7 दिन देर से आएगा। मौसम विभाग के अनुसार इस साल मानसून की वापसी 24 से 26 सितंबर के बीच हो सकती है जबकि नए कैलेंडर में इसकी तारीख 17 सितंबर बताई गई थी।
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार हवाएं बंगाल की खाड़ी से नमी लेकर आती है इसलिए अगर नमी खत्म हो चुकी है तभी मानसून की वापसी हो सकती है। मानसून वापसी की घोषणा दो शर्तों में पूरी होनी चाहिए। एक हवा का पैटर्न बदलना अर्थात् सतह से करीब 1.5 किमी की ऊंचाई पर एंटी साइक्लोनिक सर्कुलेशन बनना या फिर पिछले पांच दिनों में बारिश न होना।
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार 24 से 26 सितंबर के बीच मानसून वापसी की संभावना बनती दिख रही है। नए मानसूनी कैलेंडर के मुताबिक 17 सितंबर को मानसून की वापसी होनी थी लेकिन इस बार इसकी वापसी 7 दिन से देरी से होगी।