Edited By Kamini,Updated: 30 Nov, 2022 08:43 PM
पंजाब विजीलैंस ब्यूरो ने वाहन फिटनेस सर्टिफिकेट घोटाले में जालंधर में तैनात मोटर व्हीकल इंस्पेक्टर (एम.वी.आई.), नरेश कलेर के साथ सांठगांठ।
जालंधर/चंडीगढ़ : पंजाब विजीलैंस ब्यूरो ने वाहन फिटनेस सर्टिफिकेट घोटाले में जालंधर में तैनात मोटर व्हीकल इंस्पेक्टर (एम.वी.आई.), नरेश कलेर के साथ सांठगांठ करने वाले एक भगौड़े आरोपी एजेंट वरिंदर सिंह दीपू निवासी बस्ती गुजां जालंधर को गिरफ्तार किया है। विजिलेंस ने उसका मोबाइल फोन और सिम कार्ड जब्त कर लिया है। इस घोटाले के बारे में और जानकारी हासिल करने के लिए डेटा विशेषज्ञों को भेजा जाएगा।
विजिलेंस ब्यूरो के एक प्रवक्ता ने आज यहां यह खुलासा करते हुए बताया कि ब्यूरो ने एम.वी.आई. जालंधर के कार्यालय का औचक निरीक्षण किया और मिलीभगत से बड़े पैमाने पर प्राइवेट एजेंटों के साथ मिलीभुगत करके व्यापारिक व निजी वाहनों की जांच किए बिना फिटनेस फिटनेस सर्टिफिकेट जारी करने करने के लिए एक संगठित भ्रष्टाचार का पर्दाफाश किया। प्रवक्ता ने आगे बताया कि सबूतों के आधार पर मामला संख्या 14 दिनांक 23-08-2022 को भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 7, 7ए और आईपीसी की 420, 120-बी के तहत विलिजेंस ब्यूरो के थाना जालंधर में दर्ज किया।
इस मामले में अब तक कुल 9 आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। जेल में नरेश कलेर, रामपाल उर्फ राधे, मोहन लाल उर्फ कालू, परमजीत सिंह बेदी, सुरजीत सिंह, हरविंदर सिंह, पंकज ढींगरा उर्फ भोलू, बृजपाल सिंह उर्फ रिक्की और अरविंद कुमार उर्फ बिंदू (सभी निजी एजेंट) शामिल हैं। उन्होंने कहा कि इस मामले की आगे की जांच चल रही है और बाकी फरार आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
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