Edited By Urmila,Updated: 01 Jul, 2022 01:34 PM

पंजाब में आए दिन घोटाला व भ्रष्टाचार को लेकर कोई न कोई मामला उभर कर सामने आ रहा है। इसी दौरान 2018-19 से 2021-22 तक सी.आर.एम. योजना तहत फसल अवशेष प्रबंधन मशीनरी...
चंडीगढ़ः पंजाब में आए दिन घोटाला व भ्रष्टाचार को लेकर कोई न कोई मामला उभर कर सामने आ रहा है। इसी दौरान 2018-19 से 2021-22 तक सी.आर.एम. योजना तहत फसल अवशेष प्रबंधन मशीनरी को लेकर जो सब्सिडी जारी की गई थी उसमें भी करोड़ों का घोटाला किया गया है। आपको बता दें कि योजना के तहत 1178.47 करोड़ रुपए जारी किए गए थे। सब्सिडी के रूप में दिए गए इन रुपयों से न कोई मशीनरी खरीदी गई और न ही पराली को लेकर प्रबंध किया गया। जब इस बारे पूर्व मंत्री रणदीप सिंह नाभा को जानकारी मिली तो उन्होंने संबंधित अधिकारियों से पत्र लिख कर डिटेल मांगी तो उन्हें कोई जवाब नहीं दिया गया।
पूर्व मंत्री नाभा द्वारा करोड़ों के हुए घपले को लेकर पी.एम. मोदी को एक पत्र लिखा जिसमें उन्होंने इस घोटाले की जांच सी.बी.आई. के जरिए करवाने को कहा। चरणजीत सिंह चन्नी के मुख्यमंत्री रहते हुए भी उनके सामने यह मुद्दा उठाया गया था परंतु उन्होंने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की। अब इस घोटाले की जिम्मेदारी ई.डी. को मिल गई है जिसके चलते ई.डी. अब इसकी गहराई से जांच करने में जुट गई है। इस दौरान ई.डी. द्वारा कृषि निदेशक से सभी कंपनियों, निजी व्यक्तियों, अफसरों और मशीनों से संबंधित डिटेल मांगी है। जिक्रयोग्य है कि पंजाब कृषि विभाग में हुए इस घोटाले को लेकर बड़े स्तर पर जांच की जा रही है। इस जांच दौरान कई अधिकारियों के शिकंजे में फंसने की आशंका है।
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