सिगरेट का बढ़ता फैशन बढ़ा रहा है दिल के रोग, आईए जानें कितना घातक है धूम्रपान

Edited By Subhash Kapoor,Updated: 27 Sep, 2024 11:04 PM

the growing fashion of cigarettes is increasing heart diseases

ई-सिगरेट को पारंपरिक धूम्रपान के एक लोकप्रिय विकल्प के रूप में 2006 से लॉन्च किया गया है और इसे एक "सुरक्षित" विकल्प के रूप में बेचा गया, जिससे ई सिगरेट ने तेजी से लोकप्रियता हासिल की।

लुधियाना (सहगल) :  ई-सिगरेट को पारंपरिक धूम्रपान के एक लोकप्रिय विकल्प के रूप में 2006 से लॉन्च किया गया है और इसे एक "सुरक्षित" विकल्प के रूप में बेचा गया, जिससे ई सिगरेट ने तेजी से लोकप्रियता हासिल की। खासकर युवा वयस्कों और धूम्रपान छोड़ने की कोशिश कर रहे लोगों के बीच इसे एक विकल्प के रूप में देखा जाने लगा परंतु विशेषज्ञों ने इसे से खतरनाक डिवाइस बताया जो दिल के लिए बहुत घातक सिद्ध हो सकती है । 

ई-सिगरेट क्या हैं?  
पंचम अस्पताल के इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजिस्ट डीएम कार्डियोलॉजी डॉक्टर हरसिमरन सिंह ने कहा कि ई-सिगरेट या इलेक्ट्रॉनिक निकोटीन डिलीवरी सिस्टम (ईएनडीएस), एक तरल (आमतौर पर "वेप जूस" के रूप में जाना जाता है) को गर्म करके काम करता है, जिसमें निकोटीन, फ्लेवर और अन्य रसायन होते हैं।  इसके अल्पकालिक प्रभावों में हृदय गति और रक्तचाप में वृद्धि, वैसोस्पास्म (रक्त वाहिकाओं का संकुचन), आसामान्य  हृदय धड़कन, मायोकार्डियल इस्किमिया (हृदय में रक्त का प्रवाह कम होना) शामिल हैं।  दीर्घकालिक प्रभावों से निकोटीन-प्रेरित हृदय रोग, एथेरोस्क्लेरोसिस (धमनियों में प्लाक का निर्माण), हार्ट फैलियर, दिल का दौरा और स्ट्रोक का खतरा बढ़ने का एक प्रमुख कारण माना गया है। 

निकोटीन के कारण 
1. हृदय गति का बढ़ना
2. रक्त वाहिकाओं का संकुचन
3. दिल का दौरा पड़ने का खतरा बढ़ जाता है

हृदय स्वास्थ्य और ई-सिगरेट पर अध्ययन
कार्डियोलॉजी में गोल्ड मेडलिस्ट डॉक्टर हरसिमरन सिंह ने बताया कि विभिन्न अध्ययनो मे यह सामने आया कि है सिगरेट दिल की सेहत के लिए काफी नुकसानदायक है   "द जर्नल ऑफ द अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन" में प्रकाशित एक अध्ययन में पाया गया कि ई-सिगरेट उपयोगकर्ताओं को गैर-उपयोगकर्ताओं की तुलना में हृदय रोग का 34 प्रतिशत अधिक खतरा था।  इसके अतिरिक्त, "अमेरिकन कॉलेज ऑफ कार्डियोलॉजी" के 2019 के एक अध्ययन में पाया गया कि ई-सिगरेट उपयोगकर्ताओं को गैर-उपयोगकर्ताओं की तुलना में दिल का दौरा, कोरोनरी धमनी रोग और अवसाद होने की अधिक संभावना पैदा कर सकती है।

21 प्रतिशत स्कूली छात्र कर रहे हैं इस सिगरेट का इस्तेमाल

आंकड़े बताते हैं कि हाई स्कूल के 21 प्रतिशत छात्र वेप करते हैं, 45% सोचते हैं कि ई-सिगरेट हानिकारक है।  लेकिन इससे निकोटीन की लत, श्वसन और हृदय संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।  संज्ञानात्मक कार्य मेमोरी और वेपिंग के कारण कुछ संकेत हैं कि आपका बच्चा ई-सिगरेट का उपयोग कर रहा है, जैसे खांसी या घरघराहट, सांस की तकलीफ, थकान, सिरदर्द और व्यवहार या मूड में बदलाव तो सावधान हो जाना चाहिए

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