Edited By Vatika,Updated: 31 Dec, 2025 09:14 AM

रु नगरी अमृतसर में पिछले तीन दिनों से कड़ाके की ठंड और घनी धुंध ने अपना प्रचंड
अमृतसर (जशन): गुरु नगरी अमृतसर में पिछले तीन दिनों से कड़ाके की ठंड और घनी धुंध ने अपना प्रचंड रूप धारण कर लिया है। लगातार पड़ रही धुंध के चलते तड़के सुबह कई इलाकों में विजिबिलिटी शून्य तक पहुंच गई, जिससे सड़कों और हाईवे पर हादसों का खतरा बढ़ गया है। सुबह और देर रात हाईवे पर एक मीटर तक आगे वाहन नजर नहीं आ रहा, जिसके कारण कई जगह वाहनों के आपस में टकराने की घटनाएं सामने आ रही हैं।
घनी धुंध और बढ़ती ठंड के कारण आम जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो गया है। मौसम विभाग के अनुसार सोमवार को अमृतसर का अधिकतम तापमान 19 डिग्री सेल्सियस जबकि न्यूनतम तापमान 7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। हवा में अत्यधिक नमी होने के कारण ठिठुरन और ज्यादा बढ़ गई है, जिसका सबसे ज्यादा असर गरीब और मजदूर वर्ग पर पड़ रहा है। विशेषज्ञों के अनुसार यह हाड़ कंपाती ठंड दिल और सांस से संबंधित मरीजों के लिए भी काफी नुकसानदायक साबित हो सकती है।
गांवों और शहरों में धुंध का कहर
ग्रामीण इलाकों में धुंध ने मानो पूरा कहर बरपा रखा है। बीते कई दिनों से गांवों में लगभग पूरे दिन धुंध छाई रहने के कारण जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। अब शहर भी इस समस्या से अछूते नहीं रहे। अमृतसर शहर में भी पिछले कुछ दिनों से घनी धुंध और कड़ाके की ठंड चरम पर पहुंच गई है। धुंध के कारण वाहन चालकों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। खासकर सुबह ड्यूटी पर जाने वाले कर्मचारियों और दोपहिया वाहन चालकों के लिए सफर करना जोखिम भरा हो गया है।
पहाड़ी इलाकों जैसा मौसम
मौजूदा हालात में अमृतसर का मौसम पहाड़ी इलाकों जैसा महसूस हो रहा है। इस बदले हुए मौसम का बाहरी राज्यों से आने वाले पर्यटक खासा आनंद ले रहे हैं, हालांकि उन्हें सड़कों पर घनी धुंध का सामना भी करना पड़ रहा है। वहीं धुंध के चलते रेल सेवाएं प्रभावित हो रही हैं और कई ट्रेनें देरी से पहुंच रही हैं, जबकि उड़ानों पर भी इसका असर देखने को मिल रहा है। मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में भी ठंड और धुंध का असर बने रहने की संभावना जताई है, जिसके चलते लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।