Edited By Vatika,Updated: 12 Aug, 2025 03:41 PM

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक मामले की जांच के लिए जो कमेटी बनाई गई थी, उसकी रिपोर्ट भी तैयार हो चुकी है।
चंडीगढ़: पंजाब यूनिवर्सिटी (पीयू) के डॉ. सुशील नैयर वर्किंग वुमेन हॉस्टल में छात्रों की फीस से हुए 60 लाख रुपये के घोटाले को लेकर पीयू प्रबंधन ने मामले की जांच के लिए एफआईआर दर्ज करवा दी है। पुलिस तथ्यों के आधार पर जांच कर रही है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक मामले की जांच के लिए जो कमेटी बनाई गई थी, उसकी रिपोर्ट भी तैयार हो चुकी है।
उक्त हॉस्टल में काम करने वाली एक पूर्व डेलीवेज महिला कर्मचारी पर करीब 60 लाख रुपये अपने अकाउंट में ट्रांसफर करवाने के आरोप में निलंबन की कार्रवाई की गई थी। यह घोटाला वार्डन प्रो. अवनीत कौर के कार्यकाल के दौरान हुआ। इसके बाद मामले की जांच चल रही थी। कुछ समय पहले तक यह मामला इस बात पर अटका हुआ था कि आखिर एफआईआर कौन करवाएगा। पीयू प्रबंधन का कहना था कि एफआईआर में पूर्व वार्डन प्रो. अमृतपाल कौर के हस्ताक्षर होने चाहिए। वहीं, प्रो. अमृतपाल कौर का कहना था कि यह मामला पीयू कैंपस से संबंधित है, इसलिए एफआईआर पीयू प्रबंधन द्वारा ही दर्ज करवाई जानी चाहिए।
जानकारी के अनुसार, प्रो. अमृतपाल कौर ने इस संबंध में कुछ दस्तावेज भी पीयू प्रबंधन को उपलब्ध कराए थे। हालांकि, जब उनसे एफआईआर दर्ज करवाने के लिए कहा गया, तो वह एससी कमीशन के पास चली गईं। फिलहाल इस पूरे मामले की आगे की जांच के लिए एक जज को जांच अधिकारी के रूप में नियुक्त किया गया है।