Edited By Vatika,Updated: 10 Jun, 2025 09:00 AM

पंजाब के वाहन चालकों के लिए नई मुसीबत खड़ी हो गई है।
जालंधर (चोपड़ा): रीजनल ट्रांसपोर्ट कार्यालय (आरटीओ) में सोमवार को ट्रैफिक चालान भुगतने आए वाहन चालकों को उस समय गहरा झटका लगा जब विभागीय साइट दिनभर बंद रही और किसी का भी चालान क्लियर नहीं हो पाया। इस कारण बड़ी तादाद में आए लोग अपने दस्तावेजों के साथ घंटों इंतजार करते रहे लेकिन कामकाज ठप रहा, जब दोपहर एक बजे तक कोई हलचल न होती देख ए.आर.टी.ओ. विशाल गोयल ने मौके पर मौजूद लोगों से स्पष्ट कह दिया कि आज कोई भी चालान नहीं निपटाया जाएगा, वे कल फिर से आकर प्रयास करें।
इस बात से निराश होकर लोग लौटते हुए आर.टी.ओ. कार्यालय की व्यवस्था पर सवाल उठाते नजर आए। सोमवार सुबह 9 बजे से ही बड़ी संख्या में वाहन चालक अपने ट्रैफिक चालानों का निपटारा कराने के लिए आरटीओ कार्यालय पहुंचने लगे। लेकिन साइट बंद होने के कारण चालान का निपटारा नहीं हो सका। लोग लंबे समय इंतजार करते रहे कि आखिर किसी समय साइट चालू हो जाए और वह चालान भुगत कर अपना काम निपटा सके। करीब 12 बजे के बाद ए.आर.टी.ओ. विशाल गोयल ने उपस्थित लोगों को सूचित किया कि विभागीय वाहन साइट किसी तकनीकी कारणवश बंद है और आज चालान निपटारा संभव नहीं हो पाएगा। इसके साथ ही चालान विंडों पर भी काम बंद रहने संबंधी नोटिस चस्पा दिया गया। इस पर लोगों में रोष फैल गया कि वह लोग दूर-दराज इलाकों से आए है और उनका पूरा दिन बेकार गया, फिर भी चालान का जुर्माना नही भुगत निपटारा नहीं हो सका। आरटीओ की व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए करतारपुर से आए एक वाहन चालक हरप्रीत सिंह ने कहा कि मैं सुबह 8 बजे निकला था, ताकि समय पर पहुंचकर चालान निपटा सकूं। यहां पहुंचकर घंटों इंतजार करता रहा, लेकिन न कोई पुख्ता सूचना दी गई और न कोई व्यवस्था। जंडूसिंघा से आए रमेश कुमार ने कहा कि अगर साइट काम नहीं कर रही थी तो हेड ऑफिस से इस संबंधी समय पर पता कर सूचित किया जाना चाहिए था।
आर.टी.ओ. में पब्लिक सर्विस विंडो भी आधी बंद, काम ठप्प
आर.टी.ओ. कार्यालय में पब्लिक सर्विस के लिए कुल 4 विंडोज हैं, लेकिन सोमवार को इनमें से केवल 2 ही चालू थीं। दो विंडो पूरी तरह बंद रहीं, जिससे कार्यों में और अधिक देरी हुई। बताया गया कि इन विंडो से जुड़े कर्मचारी अदालत में चल रहे किसी केस से संबंधित समन के कारण उपस्थित नहीं हो पाए। इस पर लोगों ने सवाल किया कि यदि पहले से पता था कि कर्मचारी कोर्ट जाएंगे, तो वैकल्पिक प्रबंध क्यों नहीं किए गए?
ऑफलाइन निपटारा बंद, केवल ऑनलाइन चालानों का होता है निपटारा
आर.टी.ओ. कार्यालय अब पुराने व नए ऑफलाइन चालानों का निपटारा नहीं किया जाता। ऐसे चालान सीधे संबंधित अदालत में भेजे जाते हैं, चाहे वे कमिश्नरेट पुलिस की ओर से हो या देहाती एसएसपी की तरफ से। कार्यालय में अब केवल ऑनलाइन चालानों को ही निपटाया जाता है, जिनके दस्तावेज़ सत्यापन कर जुर्माना लेकर चालान बंद किया जाता है।
क्या कहते हैं ए.आर.टी.ओ.
ए.आर.टी.ओ. विशाल गोयल ने कहा कि यह एक अस्थायी तकनीकी खराबी थी जो साइट के अपडेट या डाऊन होने के कारण आई। उन्होंने कहा कि हमने इस बारे में संबंधित तकनीकी विभाग को सूचित कर दिया है। हमें उम्मीद है कि कल से साइट सुचारू रूप से काम करेगी। साथ ही, दो विंडो बंद रहने का कारण कोर्ट सम्मन है, अगर कर्मचारी वापिस आते ही विंडो खोली जाएंगी।