Edited By swetha,Updated: 04 Apr, 2020 11:47 AM
गेहूं की आमद और कोरोना वायरस के डर को देखते हुए पंजाब सरकार किसानों के घरों से फसल खरीदने की योजना बना रही है।
चंडीगढ़ः गेहूं की आमद और कोरोना वायरस के डर को देखते हुए पंजाब सरकार किसानों के घरों से फसल खरीदने की योजना बना रही है। फसल की खरीद के 15 अप्रैल से शुरू होने की संभावना है।इसी को लेकर मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने शुक्रवार को कृषि और खाद्य विभागों को मंडियों से एक से दो किलोमीटर से अधिक दूर स्थित गांवों से गेहूं की खरीद के तरीके बताने के लिए कहा। एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि दोनों विभागों के अधिकारियों के साथ एक वीडियो-सम्मेलन के माध्यम से कटाई और खरीद की व्यवस्था की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने उन्हें किसानों की परेशानी को कम करने के निर्देश दिए हैं।
कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने मुख्य प्रधान सचिव सुरेश कुमार को निर्देश दिया है कि वे किसानों को सही समय पर भुगतान करना भी सुनिश्तित करें। नियमावली में संशोधन करने के साथ आढ़तियों के माध्यम से किसानों को भुगतान की व्यवस्था करें। इसके साथ प्रत्यक्ष बैंक हस्तांतरण (डीबीटी) सहित व्यवस्था में किसी भी तरह के बदलाव को मौजूदा स्थिति में लागू किया जाना चाहिए। आपको बता दें कि लगभग 50 प्रतिशत गांव अनाज मंडियों के आसपास स्थित हैं। मंडियों के करीब रहने वाले किसानों के लिए, उन्हें कर्फ्यू पास जारी किया जा सकता है। मंडियों से दूर रहने वाले किसानों के लिए, मुख्य सचिव ने सुझाव दिया कि उपज उनके घरों से खरीदी जाएगी। मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव करण अवतार सिंह को एक प्रस्ताव प्रस्तुत करने को कहा जिससे 1-2 दिनों में इस पर फैसला लिया जा सके। इसके साथ आवश्यक वस्तुओं की जमाखोरी को रोकने के लिए मुख्यमंत्री ने प्रतिदिन आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति की निगरानी के लिए वरिष्ठ अधिकारियों की एक समिति गठित की है। उन्होंने डी.जी.पी. दिनकर गुप्ता को निर्देश दिया कि जमाखोरी खरने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें।