Edited By Vatika,Updated: 04 Aug, 2025 04:29 PM

किनारे बसे लोगों को सतर्क रहने के लिए कहा गया है,
पंजाब डेस्क: पंजाबवासियों के लिए एक अहम खबर सामने आई है। दरअसल, होशियारपुर-दसूहा के तलवाड़ा के पास स्थित पोंग डैम का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है, जिस कारण बी.बी.एम.बी. (भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड) विभाग द्वारा शाहर नहर बैराज के चार फ्लड गेट दो-दो फुट खोल दिए गए हैं। शाह बैराज नहर से ब्यास दरिया में पानी छोड़ा गया है। पोंग डैम में दो दिनों के भीतर जलस्तर 6 फुट बढ़ गया है, जो अब खतरे के निशान से सिर्फ 13 फुट नीचे रह गया है। शाह बैराज नहर से वर्तमान में 18,500 क्यूसिक पानी छोड़ा जा रहा है।
बारिश बनी संकट, खतरे के निशान के करीब पोंग डैम
आपको बता दें कि हिमाचल और पंजाब में बीते दिनों से लगातार हो रही बारिश के चलते पोंग डैम का जलस्तर 1366.68 फुट तक पहुंच चुका है। जबकि नियमों के अनुसार, जब जलस्तर 1380 फुट तक पहुंचता है, तब फ्लड गेट खोलने की आवश्यकता पड़ती है। पौंग डैम की अधिकतम जलधारण क्षमता 1410 फुट है। इस स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने अलर्ट जारी करते हुए लोगों से शाह बैराज नहर और पोंग डैम के आसपास न जाने की अपील की है।
प्रशासन को भेजा गया विशेष पत्र
बी.बी.एम.बी. प्रशासन ने बीते दिन ही प्रशासनिक अधिकारियों को पोंग डैम में बढ़ते जलस्तर को लेकर पत्र भेजा है। यह पत्र वरिष्ठ डिज़ाइन इंजीनियर, वॉटर रेगुलेशन सेल, बी.बी.एम.बी., तलवाड़ा द्वारा डीसी कांगड़ा (हिमाचल), डीसी होशियारपुर (पंजाब), एसडीएम फतेहपुर, इंदौरा, दसूहा, मुकेरियां, तहसीलदार इंदौरा और फतेहपुर, एग्जीक्यूटिव इंजीनियर तलवाड़ा नहर मंडल, शाहर नहर मंडल संसारपुर टैरेस और बी.बी.एम.बी. चंडीगढ़, तलवाड़ा और नंगल डैम के उच्च अधिकारियों को भेजा गया है।
पोंग डैम में पानी की आमद तेज़
पत्र में बताया गया कि 2 अगस्त 2025 की सुबह 6 बजे पोंग डैम का जलस्तर 1361.07 फुट दर्ज किया गया, जबकि 2 अगस्त 2024 को यह 1328.45 फुट था। आज सुबह 6 बजे पोंग डैम में पानी की आवक 87,586 क्यूसिक दर्ज की गई, जबकि पोंग पावर हाउस की टरबाइनों के ज़रिए केवल 18,995 क्यूसिक पानी छोड़ा जा रहा है।
आगे और बढ़ सकता है खतरा
पोंग डैम में जलस्तर लगातार बढ़ रहा है और ब्यास कैचमेंट क्षेत्र में भारी बारिश की संभावना को देखते हुए आने वाले समय में स्पिलवे (फ्लड गेट) के ज़रिए और अधिक पानी छोड़ा जा सकता है। ऐसे में अधिकारियों और ब्यास दरिया के किनारे बसे लोगों को सतर्क रहने के लिए कहा गया है, ताकि किसी भी संभावित नुकसान से बचा जा सके।