Edited By Vatika,Updated: 29 Jul, 2025 12:10 PM

अधिकारियों एवं कर्मचारियों के खिलाफ मामला दर्ज कर उन्हें नौकरी से डिसमिल किया जा सके।
लुधियाना (खुराना): पंजाब स्टेट पावर कॉर्पोरेशन के चंद भ्रष्ट कर्मचारियों द्वारा पैवेलियन मॉल में 4000 किलो वाट के बिजली कनैक्शन को गैर-कानूनी तरीके से चेंज का नाम करने का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। आरोप है कि विभाग के उच्चाधिकारियों द्वारा इस मामले में व 2 कर्मचारियों को सस्पैंड कर के मामले पर पर्दा उठाने की कोशिश की जा रही है जबकि शक की अहम कड़ियां एस.डी.ओ. कमर्शियल महिला, 2 अन्य एस. डी.ओज सहित एक कर्मचारी को बचाने के लिए मामले को ठंडा बस्ते में डालने का कथित चक्रव्यूह रचा गया है।
पंजाब स्टेट पावर कॉर्पोरेशन सिटी वैस्ट डिविजन के अंतर्गत पड़ते फुव्वारा चौक कार्यालय में तैनात 3 विभिन्न एस.डी.ओ., जिसमें एक महिला भी शामिल है। शहर कुल 6 कर्मचारियों का नाम इस सारे एपिसोड में उभर कर सामने आया है जिसमें आवेदनकर्त्ता द्वारा बिजली के कनैक्शन को चेंज ऑफ नेम करने के लिए पावर कॉम विभाग के फुव्वारा चौक स्थित कार्यालय में एप्लीकेशन दी गई लेकिन जांच दौरान एक्सियन गुरमन जीत सिंह द्वारा फाइल में कई तरह की खामियां पाए जाने पर फाइल पर ऑब्जैक्शन लगाते हुए एप्लीकेशन को रद्द कर दिया। इसके बाद शक के घेरे में आए 3 एस.डी.ओ. और 3 कर्मचारियों का असली खेल शुरू हुआ बताया जा रहा है, जिसमें आवेदनकर्त्ता के 4000 किलो वाट के बिजली कनैक्शन को अंडर द टेबल चेंज करने के लिए लाखों रुपए की राशि कथित तौर पर रिश्वत के रूप में ली गई और मामला मीडिया में सामने आने के बाद बड़े ही नाटकीय ढंग से चेंज ऑफ नेम को रद्द कर अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा खुद को पाक साफ साबित करने की कोशिश की गई, हालांकि इस गंभीर मामले में एक बार तो एक्सियन गुरमन जीत सिंह का नाम भी उछलकर सामने आया लेकिन विभागीय जांच में स्थिति साफ हो गई कि गुरमन द्वारा 2 बार चेंज का नाम की फाइल रद्द की गई है और गैरकानूनी काम करने से साफ इन्कार कर दिया गया। गुरमन ने कहा कि किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा चाहे वह कोई भी क्यों न हो।
लेकिन इस सारे एपिसोड में पंजाब स्टेट पावर कारपोरेशन के चीफ इंजीनियर जगदेव सिंह हांस ने बिना किसी देरी के कार्रवाई करते हुए भ्रष्टाचार में रिश्वतखोरी के गंभीर मामले में संदिग्ध सभी 6 कर्मचारियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई करने संबंधी मामला उच्च अधिकारियों को भेज दिया गया एक सवाल के जवाब में चीफ इंजीनियर जगदेव सिंह हांस और एक्सियन गुरमनजीत सिंह ने बताया कि एस.डी.ओ. कमर्शियल महिला की जिम्मेदारी बनती है कि उनकी सुपरविजन में इतना बड़ा घोटाला और गैर-कानूनी तरीके से चेंज ऑफ नाम कैसे हो गया यह जांच का विषय है। एक्सियन गुरमनजीत सिंह ने बताया कि मामले के संदिग्ध अन्य 4 लोगों के खिलाफ पंजाब स्टेट पावर कॉर्पोरेशन की टैक्नीकल ऑडिट टीम द्वारा जांच की जा रही है लेकिन यहां सवाल पैदा होता है कि टैक्नीकल विभाग पिछले लंबे समय से किसी भी नतीजे पर नहीं पहुंच पाया है कि आखिर आवेदनकर्त्ताओं से गैर-कानूनी काम करने के बदले एस.डी.ओज व अन्य कर्मचारियों द्वारा कितनी रिश्वत ली गई और इस काम को अंजाम देने के लिए किस तरह से पावर कॉम विभाग की सरकारी आई.डी. का गलत इस्तेमाल किया गया। समाज सेवी संस्था द्वारा उक्त सारे मामले की बिजनैस जांच करवाने का मुद्दा उठाया जा रहा है ताकि आरोपी पाए जाने वाले अधिकारियों एवं कर्मचारियों के खिलाफ मामला दर्ज कर उन्हें नौकरी से डिसमिल किया जा सके।