समय रहते विद्यार्थियों को किताबें नहीं उपलब्ध करवा पाया शिक्षा बोर्ड, पढ़ाई से वंचित रह जाएंगे विद्यार्थी

Edited By Kalash,Updated: 30 May, 2024 12:44 PM

pseb not providing books to students

गर्मियों के मद्देनजर शिक्षा विभाग द्वारा स्कूलों में की गई छुट्टियों से पहले पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड अधिकतर विद्यार्थियों को समय रहते किताबें मुहैया नहीं करवा पाया है।

अमृतसर : गर्मियों के मद्देनजर शिक्षा विभाग द्वारा स्कूलों में की गई छुट्टियों से पहले पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड अधिकतर विद्यार्थियों को समय रहते किताबें मुहैया नहीं करवा पाया है। विभाग द्वारा बोर्ड को 14 लाख 87 हजार 259 किताबें सरकारी स्कूलों के बच्चों को उपलब्ध करवाने के लिए डिमांड बना कर भेजी लेकिन हैरानी की बात है कि बोर्ड महज 13 लाख 7 हजार 933 किताबें ही सरकारी स्कूलों के बच्चों के हाथों में पहुंचा पाया है। आलम यह है कि बोर्ड के स्थानीय दफ्तर में किताबों के अंबार लगे पड़े हैं तथा विद्यार्थियों को छुट्टियों में किताबें न मिलने के कारण वह अब पढ़ाई से वंचित रहेंगे। वही 21 मई से सरकारी, एडिड व प्राइवेट स्कूलों में गर्मियों का अवकाश घोषित हो गया है। अब यह किताबें बच्चों के हाथों में जुलाई माह में ही पहुंचेगी।

जानकारी अनुसार शिक्षा विभाग द्वारा सैशन शुरू होते ही विद्यार्थियों तक समय रहते किताबें देने की बात कही गई थी परंतु गर्मियों की छुट्टियां होने के बाद अभी तक स्कूलों में किताबें नहीं पहुंच पाई है। जिन विद्यार्थियों को किताबें नहीं मिली है वह बिना किताबों से छुट्टियां व्यतीत कर रहे हैं तथा बिना पढ़ाई के काम कर रहे हैं। उधर, पंजाब की आम आदमी पार्टी की सरकार ने सैशन शुरू होने से पहले विद्यार्थियों के हाथों में किताबें पहुंचाने का दावा किया था लेकिन हालात ऐसे हो गए है कि अब तक डिमांड के बावजूद 1 लाख 79 हजार 326 किताबें विद्यार्थियों की पहुंच से दूर हो गई है। अमृतसर जिले में कुल पंद्रह ब्लाक है, जिसमें कुल प्राइमरी स्कूल 827, सैकेंडरी 419 है। इसके अलावा एडिड स्कूलों की गिनती 39 के करीब है। इन स्कूलों में आर्थिक तौर पर कमजोर परिवारों के बच्चे पढ़ते है, जिनको सरकारी किताबों से ही पढ़ना होता है। उधर दूसरी तरफ बोर्ड के उच्च अधिकारी से बाात करने की कोशिश की गई तो उनसे संपर्क नहीं हो पाय।

अधिकतर स्कूलों में नहीं पहुंची है किताबे

डैमोक्रेटिक टीचर फ्रंट के प्रधान अश्वनी अवस्थी ने कहा कि शिक्षा के स्तर को ऊंचा उठने के लिए दावे किए जाते हैं परंतु अफसोस की बात है कि अभी तक स्कूलों में किताबें नहीं पहुंच पाई हैं। अचानक से गर्मियों की छुट्टियां हो गई है विद्यार्थियों को किताबें न मिलने के कारण उनकी पढ़ाई प्रभावित होगी। उन्होंने कहा कि विभाग के कहनी तथा करनी में काफी अंतर है। जो अधिकारी किताबें देरी के लिए जिम्मेवार है, विभाग को उन पर कार्रवाई करनी चाहिए।

विभाग द्वारा अभी तक मिली किताबों की डिमांड

अमृतसर वन  151408        170551
अमृतसर टू    172809        185405
अमृतसर थ्री   52812        58946
अमृतसर       4157334        186957
चुगावां वन     81742        87002
चुगावां टू       62017        76617
जंडियाला गुरु  85728        91905
मजीठा वन     59880        75142
मजीठा टू       38562        42043
रइया वन       74138        76576
रइया टू         48553        57005
तरसिक्का       42188        44062
वेरका            155804        183174
अजनाला वन  57932        63437
अजनाला टू    67566        75401
कुल             1307933        1487259


अब तक प्राप्त हुई किताबें स्कूलों को भेज दी हैं : राजेश कुमार

जिला शिक्षा अधिकारी सैकेंडरी राजेश कुमार ने बताया कि बोर्ड की ओर से जैसे जैसे किताबें दी जाती है। वैसे ही उनकी सप्लाई संबंधित स्कूलों को की जा रही है। अध्यापकों को निर्देश दिए जा रहे है कि वह बच्चों की किताबें निर्धारित स्कूल से ले जाएं। अभी तक जितनी भी किताबें मिली है वह स्कूलों में भेज दी है।

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