Edited By Vatika,Updated: 04 Jan, 2021 09:57 AM

कृषि कानूनों के विरुद्ध संघर्ष के दौरान मरने वाले किसानों के घर दुख व्यक्त करने जा रही पूर्व केंद्रीय मंत्री हरसिमरत बादल का बुढलाडा के 2 गांवों
बुढलाडा (बांसल): कृषि कानूनों के विरुद्ध संघर्ष के दौरान मरने वाले किसानों के घर दुख व्यक्त करने जा रही पूर्व केंद्रीय मंत्री हरसिमरत बादल का बुढलाडा के 2 गांवों दोदड़ा व भादड़ा में किसानों ने विरोध करते हुए उनके काफिले को घेर लिया। किसानों ने हरसिमरत के काफिले को गांवों में घुसने नहीं दिया और काली झंडियां दिखाते हुए नारेबाजी की।
हरसिमरत गांव दोदड़ा में रास्ता बदलकर एक ही किसान के घर जा सकीं। गांव धर्मपुरा के किसान प्यारा सिंह के परिवार ने भी संदेश भेजकर हरसिमरत बादल को मिलने से इंकार कर दिया गया। उनका 7 गांवों में जाने का प्रोग्राम था लेकिन विरोध के चलते उनके 4 गांवों के प्रोग्राम मौके पर रद्द कर दिए गए। हरसिमरत ने रविवार को गुड्डदी, बच्छूआना, धर्मपुरा, दोदड़ा, बोहा और भादड़ा में जाने का प्रोग्राम बनाया था पर इसकी सूचना किसान संगठनों को मिली तो उन्होंने गांवों में उनके आगमन का विरोध कर पूर्व केंद्रीय मंत्री को गांवों में घुसने नहीं दिया जिस कारण उनको वापस लौटना पड़ा।
‘मंत्रिमंडल छोड़ा, गठजोड़ तोड़ा, आज भी किसानों के साथ हूं : हरसिमरत‘
उधर, पूर्व केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने कहा कि आज का विरोध राजनीतिक विरोधी पार्टियों की एक चाल है। उन्होंने कहा कि मैंने मंत्री पद त्यागा, अकाली-भाजपा गठजोड़ तोड़ा व इन कानूनों के हक में मेरे किसी भी दस्तावेज पर हस्ताक्षर नहीं हैं। कृषि कानून बनाते समय मैंने विरोध किया, लेकिन मेरी एक नहीं सुनी गई। जिस कारण मैंने मंत्रिमंडल से इस्तीफा दिया। मैं आज भी किसानों के साथ हूं।