Edited By Kalash,Updated: 07 May, 2025 12:52 PM

दिन-रात 2 शिफ्टों में ड्यूटी देने वाला पी.सी.आर. दस्ता अब रात की शिफ्ट में सडक़ों पर नजर नहीं आएगा।
लुधियाना (राज): पुलिस विभाग की रीढ़ की हड्डी समझे जानी वाले पी.सी.आर. दस्ते को पुलिस कमिश्नर ने आराम दिया है। दिन-रात 2 शिफ्टों में ड्यूटी देने वाला पी.सी.आर. दस्ता अब रात की शिफ्ट में सडक़ों पर नजर नहीं आएगा। क्योंकि, पुलिस कमिश्नर ने पी.सी.आर. दस्ते की सिर्फ दिन की ड्यूटी कर दी है। जबकि रात की शिफ्ट बंद कर दी गई है। हालांकि, उसकी जगह पर रात को एमरजैंसी रिस्पांस सिस्टम के तहत शुरू की गई गाड़ियां गश्त करेगी। जबकि पुलिस अधिकारियों का कहना है कि अंदरूनी इलाकों में पी.सी.आर. दस्ता पहले जैसे ही काम करता रहेगा।
दरअसल, पुलिस विभाग में पी.सी.आर. दस्ता मुख्य भूमिका निभाता है। कमिश्नरेट सिस्टम लागू होने से पहले एस.एस.पी. सिस्टम के समय से पी.सी.आर. दस्ता शहर में काम कर रहा है। यह तत्कालीन एस.एस.पी. रहे हरप्रीत सिंह सिद्धू ने पुलिस कंट्रोल रूम और पब्लिक कॉल रिस्पांस (पी.सी.आर.) सिस्टम शुरु किया था। कमिश्नरेट सिस्टम लागू होने के बाद इसे अपडेट कर दिया।
पी.सी.आर. दस्ते की संख्या बढ़ा दी गई और इसमें जी.पी.एस. सिस्टम और अन्य कई एक्यूपमैंट अटैच किए गए। पी.सी.आर. का शहर में रिस्पांस भी बहुत बढ़िया था। क्योंकि, वारदात होने के 10 से 15 मिनट के अंदर-अंदर नजदीकी पी.सी.आर. मौके पर पहुंच कर हालात संभाल लेती थी और कुछ देर में थाना पुलिस पहुंचती थी। इसलिए जो भी अधिकारी नए आए उन्होंने पी.सी.आर. को प्रमोट कर उसकी संख्या बढ़ाने की कोशिश की है। अब इससे अलग पी.सी.आर. दस्ते की रात की ड्यूटी को बंद कर दिया और सिर्फ दिन में सुबह 8 से शाम 8 बजे तक ही पी.सी.आर. दस्ता काम करेगा। अगर बात की जाए तो रात के समय में शहर के कई चौक चौराहों में या फिर कोई ऐसी सड़क पर पी.सी.आर. मोटरसाइकिल नजर आता था जहां कोई नहीं होता था। अब वह भी नजर नहीं आने की संभावना है।
नवनियुक्त सी.पी. ने रात को पी.सी.आर. बंद कर एमरजैंसी रिस्पांस सिस्टम गाड़ियां की शुरू
पुलिस कमिश्नर स्वप्न शर्मा ने पद संभालने के बाद एमरजैंसी रिस्पांस सिस्टम गाड़ियां शुरू कर दी। इसके बाद पी.सी.आर. कर्मचारियों की ड्यूटी सुबह 8 से लेकर रात 8 बजे तक कर दी। रात के समय ई.आर.एस. गाड़ियां लगा दी गईं। जहां ट्रैफिक जाम हो तो वहां उन्हें ट्रैफिक कंट्रोल करने में मदद करनी होगी। किसी थाने के एरिया में उनकी जरूरत है तो वहां ड्यूटी पर भेजा जाएगा। इसके अलावा देर रात को अलग-अलग इलाकों में गश्त करना होगा। हालांकि अंदरुनी आऊटर एरिया की अंदरुनी गलियों में गाड़ियां नहीं जा सकेंगी जिस कारण मुश्किल भी हो सकती है। पुलिस का यह पैंतरा अब कितना सहाय होगा यह तो समय ही बताएगा।
पी.सी.आर. मुलाजिमों की ड्यूटी बदली गई है। अब रात के समय में कई इलाकों में पी.सी.आर. दस्ते नहीं चलेंगे। उन्होंने कहा कि पी.सी.आर. दस्ते को रात के समय में बंद नहीं किया गया है। शहर के बाहरी इलाकों में एमरजैंसी रिस्पांस सिस्टम गाड़ियां गश्त करेंगी और अंदरुनी इलाकों में पी.सी.आर. बाइक जैसे काम करते थे वैसे ही करेंगे। जिन इलाकों में पी.सी.आर. बाइक नहीं होंगे वहां गाड़ियां होंगी। अंदरुनी इलाकों में जहां गाड़ियां नहीं जाएगी वहां पर पी.सी.आर. ही गश्त करेगा।
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