Edited By Kamini,Updated: 02 Jun, 2025 05:51 PM

दरअसल, लुधियाना के डाखा विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस की ‘संविधान बचाओ’ रैली के दौरान विधायक को पार्टी में दोबारा शामिल कर लिया गया।
जालंधर : कांग्रेस के विधायक की घर वापसी हुई है। राजा वड़िंग की नेतृत्व में फिल्लौर से विधायक विक्रमजीत सिंह चौधरी को कांग्रेस में वापस शामिल किया है। दरअसल, लुधियाना के दाखा विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस की ‘संविधान बचाओ’ रैली के दौरान विक्रमजीत चौधरी को पार्टी में दोबारा शामिल कर लिया गया।
बता दें कि, अप्रैल 2024 में, संसदीय चुनावों से एक महीने पहले, विक्रमजीत चौधरी को पार्टी से निलंबित किया गया था। उस समय चौधरी और उनकी मां करमजीत कौर चौधरी जालंधर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने के लिए टिकट मांग रहे थे। कांग्रेस ने पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को जालंधर लोकसभा सीट से अपना उम्मीदवार घोषित किया था, जिसके बाद विक्रमजीत चौधरी ने चन्नी की उम्मीदवारी के खिलाफ कई बयान दिए थे। इसी वजह से पार्टी ने उन्हें अनुशासनात्मक कार्रवाई के तहत निलंबित कर दिया था।
वहीं, उनकी मां करमजीत कौर चौधरी ने भाजपा का दामन थाम लिया और भाजपा के उम्मीदवार सुषील कुमार रिंकू का समर्थन किया था। बाद में चरणजीत सिंह चन्नी ने जालंधर लोकसभा चुनाव में भारी मतों से जीत हासिल की। विक्रमजीत चौधरी के निलंबन को वापस लिए जाने को पार्टी के अंदर चल रहे लुधियाना वेस्ट विधानसभा उपचुनाव के दौरान कमलजीत कड़वल और करण वड़िंग के कांग्रेस में दोबारा शामिल होने के बाद का असर माना जा रहा है। यह दोनों नेता पिछले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के खिलाफ काम कर चुके थे, जिसके कारण राजा वड़िंग ने उनकी वापसी का विरोध किया था।
राजा वाड़िंग ने उनके शामिल होने पर आपत्ति जताई थी, क्योंकि दोनों ने कथित तौर पर पिछले साल लुधियाना में उनके लोकसभा चुनाव के खिलाफ काम किया था। गत दिन कमलजीत कड़वल को पार्टी में शामिल चरणजीत चन्नी, राणा गुरजीत सिंह व भारत आशू ने शामिल किया था वहीं राजा वड़िंग गैर हाजिर पाए गए। वहीं जब विक्रमजीत चौधरी को पार्टी में राजा वड़िंग द्वारा शामिल किया गया तो चन्नी, चुनाव प्रभारी राणा गुरजीत सिंह और पार्टी उम्मीदवार भरत भूषण अशू गैर हाजिर रहे।
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