Edited By Vatika,Updated: 23 Jul, 2025 10:38 AM
आम नागरिक की दैनिक ज़रूरतों पर जो असर पड़ेगा, उसका ज़िम्मेवार सरकार या प्रशासन होगी।
पंजाब डेस्क: पिछले कई दिनों से जालंधर मकसूदां मंडी में ठेकेदार व आढ़तियों में अवैध वसूली को लेकर तनाव लगातार बढ़ता ही जा रहा है। आज मंडी के तक़रीबन सभी छोटे-बड़े कारोबारियों ने ठेकेदारों की धक्केशाही के विरुद्ध एकजुट होकर 24 जुलाई से मंडी बंद करने का निर्णय लिया है।
मंडी के प्रधान मोहिंदरजीत सिंह शंटी बत्तरा व चेयरमैन मोनू पूरी ने बताया कि यह बंद की काल अस्थायी है और सरकार व प्रशासन को चेतावनी देने के लिए है। अगर ठेकेदारों की धक्केशाही को रोकने के लिए सरकार या प्रशासन ने गंभीरता से कदम नहीं उठाए तो मंडी का आंदोलन अनिश्चित समय के लिए बढ़ सकता है और मंडी के बंद होने से आम नागरिक की दैनिक ज़रूरतों पर जो असर पड़ेगा, उसका ज़िम्मेवार सरकार या प्रशासन होगी।
इस अवसर पर डिंपी सचदेवा, प्रवेश कुमार, गोल्डी खालसा, सुभाष ढल्ल, ओम प्रकाश भांबरी, गुरमिंदर सिंह कुक्कू, सुखबीर सिंह लाडी, वेद मकानी, मुनीश कत्याल कैशियर, मिंटू भांबरी ज्वाइंट सैक्रेटरी, किशन अनेजा, मंजीत कुमार, प्रिंस बत्तरा, कमल सचदेवा, गुलशन मकानी, राजिंदर कुमार छोटू, बंसी लाल, रिंकू दुआ, मदन गिरधर, राजीव धमीजा, बंटी धमीजा, भोमी ओबेरॉय, शेरा, विक्की गांधी, सनी ओबेरॉय, विश्व ग्रोवर, विक्की गुलाटी, प्रदीप, गौतम, गोरू तुली, काका, राजू, वैभव सचदेवा, पप्पू बलुजा, सुखविंदर भोलू, नोना पाजी, आशु आहूजा, पवन मदान, सोनू तुली, अनिल कुमार, एश्ले सिंह, नीरज कुमार, सिमरन, हनी कक्कड़, नरेश कुमार, विक्की ब्लूजा, आशु, जसजीत सिंह, टीटू मदान, नीरज कुमार, मोंटी, प्रभ जोसन, अमित कुमार, अनिल कुमार आदि मौजूद थे।