Edited By Subhash Kapoor,Updated: 31 Jul, 2025 07:04 PM

भारतीय सेना की 14 सिंध हॉर्स यूनिट के लेफ्टिनेंट कर्नल भानू प्रताप सिंह मनकोटिया जो जम्मू-कश्मीर के चाइना बॉर्डर लद्दाख में तैनात थे।
गुरदासपुर (विनोद): भारतीय सेना की 14 सिंध हॉर्स यूनिट के लेफ्टिनेंट कर्नल भानू प्रताप सिंह मनकोटिया जो जम्मू-कश्मीर के चाइना बॉर्डर लद्दाख में तैनात थे। गत दिवस दुर्बुक क्षेत्र की फायरिंग रेंज पर वो अपने साथियों सहित जा रहे थे तो अचानक हुई लैंड स्लाइडिंग में उनका वाहन चपेट में आ गया जिससे वह खुद और जिला गुरदासपुर के गांव शमशेरपुर से उनका ड्राइवर लांस दफादार दलजीत सिंह वीरगति को प्राप्त हो गए व तीन अन्य अफसर घायल हो गए।
आज वीरवार को तिरंगे में लौटे लेफ्टिनेंट कर्नल भानू प्रताप सिंह मनकोटिया का चक्की पुल के नजदीक बने श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार कर दिया गया। मामून कैंट से आई सेना की 23 पंजाब यूनिट के कमांडिंग अफसर कर्नल पंकज राठी और टू.आई.सी गौरव शेट्टी के नेतृत्व में पहुंची सैन्य टुकड़ी ने शस्त्र उल्टे कर हवा में गोलियां दागते हुए बिगुल की गौरवशाली धुन के साथ बलिदानी लेफ्टीनेंट कर्नल भानू प्रताप सिंह मनकोटिया को सलामी दी। इस अवसर पर आर्मी कमांडर वेस्टर्न कमांड लेफ्टिनेंट जनरल एम.के कटियार, शिमला से आए जी.ओ.सी इन चीफ अरट्रैक लेफ्टीनेंट जनरल दविंदर शर्मा, लेफ्टीनेंट जनरल आर पुष्कर, शहीद के ससुर रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल प्रवीण बख्शी, लेफ्टिनेंट जनरल राहुल ओहरी, मेजर जनरल संजीव सलारिया, 21 सब एरिया कमांडर ब्रिगेडियर संजीव सहारन, ब्रिगेडियर अनिमेष जातरन, शहीद के पिता रिटायर्ड कर्नल आर.पी.एस मनकोटिया, माता सुनीता मनकोटिया, पत्नी तारिणी मनकोटिया, भाई मेजर शौर्य प्रताप सिंह मनकोटिया ने शहीद की पार्थिव देह पर रीथ चढ़ा सैल्यूट करते हुए अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
इस अवसर पर शहीद का डेढ़ साल का बेटा व्योम कभी तिरंगे में लिपटी अपने शहीद पिता की देह को निहार रहा था, कभी आए हुए लोगों व सैन्याधिकारियों की तरफ एक टक देख रहा था। शायद वह इस बात से अंजान था कि उसके सिर से पिता का साया उठ चुका है। शहीद पिता के ताबूत पर चढ़ाए गए फूलों से वो एक एक फूल उठा कर ताबूत के साथ रखी बलिदानी पिता की तस्वीर पर फेंक रहा था तो यह दृश्य देख हर आंख नम हो उठी। शहीद के भाई मेजर शौर्य प्रताप सिंह ने जब अपने शहीद भाई की चिता को मुखाग्नि भेंट की तो सारा श्मशान घाट भारत माता की जय, शहीद लेफ्टीनेंट भानू प्रताप सिंह अमर रहे के जयघोष से गूंज उठा।
कैबिनेट मंत्री लाल चंद कटारुचक्क ने कहा कि लेफ्टिनेंट कर्नल भानू प्रताप सिंह मनकोटिया जैसे जांबाजों के बलिदान पर देश को नाज है यह सरहद पर जागते हैं तभी देश चैन की नींद सोता है देश ऐसे शूरवीरों के बलिदान का कर्ज कभी चुका नहीं सकता। उन्होंने कहा इस दुख की घड़ी में पंजाब सरकार शहीद परिवार के साथ खड़ी है।


इस अवसर पर परिषद के महासचिव कुंवर रविंद्र सिंह विक्की ने शहीद लेफ्टीनेंट कर्नल भानू प्रताप सिंह मनकोटिया के परिजनों को ढांढस बंधाते हुए कहा कि उनकी परिषद इस दुख की घड़ी में उनके साथ चट्टान की तरह खड़ी है हम इनके हौंसले को परास्त नहीं होने देंगे। कुंवर विक्की ने कहा ऐसे वीर सपूतों का देश सदैव कर्जदार रहेगा।