Edited By Vatika,Updated: 16 Mar, 2019 12:56 PM
युवा उम्र में जब सभी अपने करियर और बेहतर जिंदगी की तरफ कदम बढ़ा रहे होते हैं तो अक्सर वे सिर्फ अपने बारे में सोचते हैं, लेकिन मोहाली निवासी प्रकृति ठीक इसके विपरीत सोच रखती थी।
मोहाली (नियामियां): युवा उम्र में जब सभी अपने करियर और बेहतर जिंदगी की तरफ कदम बढ़ा रहे होते हैं तो अक्सर वे सिर्फ अपने बारे में सोचते हैं, लेकिन मोहाली निवासी प्रकृति ठीक इसके विपरीत सोच रखती थी।
प्रकृति ने उस समय दूसरी बार भी नहीं सोचा जब डाक्टर्स ने उनकी मां अनीता छाबड़ा की किडनी ट्रांसप्लांट की बात कही। प्रकृति ने तुरंत अपनी मां को अपनी किडनी देने की पेशकश की। वह स्वेच्छा से आगे आई और अपनी प्यारी मां के लिए अपनी किडनी देने की इच्छा जताई जो कि किडनी की समस्या के कारण काफी दर्द से गुजर रही थी। अनीता की इसी फरवरी महीने में आई.वी. हॉस्पिटल, मोहाली में किडनी ट्रांसप्लांट की गई। प्रकृति ने कहा, ‘‘मेरे लिए मेरी मां ही सब कुछ है और मेरी पूरी दुनिया है। मैं उसे किसी भी दर्द में देखने की कल्पना तक नहीं कर सकती थी।’’