Edited By Kamini,Updated: 24 Jul, 2025 01:11 PM

शहरवासियों के लिए राहत भरी खबर सामने आई है। दरअसल, डिप्टी कमिश्नर डॉ. हिमांशु अग्रवाल ने सख्त निर्देश देते हुए एक हैल्पलाइन नंबर भी जारी किया है।
जालंधर : शहरवासियों के लिए राहत भरी खबर सामने आई है। दरअसल, डिप्टी कमिश्नर डॉ. हिमांशु अग्रवाल ने सख्त निर्देश देते हुए एक हैल्पलाइन नंबर भी जारी किया है। डीसी हिमांशु अग्रवाल ने आज अधिकारियों की अहम मीटिंग बुलाई। इस दौरान डीसी ने अधिकारियों को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि शहर में आवारा और बेसहारा पशुओं को जल्द से जल्द गऊशाला पहुंचाया जाए। उन्होंने इस काम पूरा करने के लिए 31 अगस्त तक का समय दिया है। इसी के साथ उन्होंने एक हैल्पलाइन नंबर 96462-22555 भी जारी किया है, जिस पर लोग घायल व बेसहारा पशुओं की सूचना जिला प्रशासन को देंगे।
सड़कों पर घूम रहे आवारा-बेसहारा पशुओं को गौशालाओं तक पहुंचाने हेतु प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई शुरू की है। डिप्टी कमिश्नर डॉ. हिमांशु अग्रवाल ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि शहर और आसपास के क्षेत्रों से सभी बेसहारा पशुओं को गौशालाओं तक पहुंचाने हेतु तुरंत प्रभाव से आवश्यक कदम उठाए जाए। इस कार्य को मिशन के तहत करने को कहा गया है। इसके जरिए आम जनता के जान-माल की सुरक्षा व पशुओं की उचित देखभाल भी सुनिश्चित हो सकेगी।
जिला प्रशासनिक काम्पलैक्स में आयोजित जिला पशु कल्याण समिति और जिला पशु क्रूरता निवारण सोसायटी की संयुक्त बैठक की अध्यक्षता करते हुए डी.सी. हिमांशु अग्रवाल ने कहा कि प्रशासन का प्रयास केवल लोगों की सुरक्षा तक सीमित नहीं है, बल्कि बेसहारा पशुओं की संवेदनशीलता और अधिकारों का संरक्षण करने से प्रेरित है। इसके तहत पशुओं को गौशालाओं तक पहुंचाने का काम 31 अगस्त तक पूरा किया जाए।

बैठक में अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर (शहरी विकास) जसबीर सिंह, एस.डी.एम. व ए.डी.सी. ग्रामीण विकास विवेक मोदी, सहायक निदेशक पशुपालन डा. बलबीर सिंह, डॉ. कुलविंदर सिंह, नगर निगम जालंधर के अधिकारी और अन्य विभागों के प्रतिनिधि भी उपस्थित थे। डॉ. अग्रवाल ने कहा कि गौशालाओं की क्षमता में विस्तार, वर्क फोर्स की वृद्धि और जन जागरूकता अभियान आवश्यक हैं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे पशुपालकों और डेयरी संचालकों को जागरूक करें कि जो पशु दूध देना बंद कर चुके हैं, उन्हें सड़कों पर छोड़ने की बजाय गौशालाओं में पहुंचाया जाए।
इसके अतिरिक्त सुझाव दिया गया कि एस.पी.सी.ए में पशुपालकों की भागीदारी सुनिश्चित की जाए। घायल, बीमार या असहाय पशुओं की स्थिति में आम नागरिकों के लिए जिला प्रशासन की ओर से हेल्पलाइन नंबर 9646-222-555 जारी किया गया है। इस पर संपर्क करके कोई भी व्यक्ति घायल या बीमार पशु की सूचना दे सकता है, जिसके आधार पर प्रशासन की टीमें मौके पर पहुंचकर उपचार एवं देखभाल सुनिश्चित करेंगी। गौरतलब है कि, शहर में हर सड़क व गली मोहल्ले में आवारा और बेसहारा पशु घूमते हुए दिखाई देते हैं, जिस कारण कई बार लोग हादसे का भी शिकार हो जाते हैं। इसी के चलते डीसी हिमांशु अग्रवाल ने अधिकारियों को सख्त निर्देश जारी किए हैं।
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