Edited By Vatika,Updated: 30 Oct, 2019 01:09 PM
श्री गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व से पहले तैयार किए गए गुरुद्वारा श्री करतारपुर साहिब के कॉरिडोर का काम 98 प्रतिशत मुकम्मल हो चुका है।
पाकिस्तान\गुरदासपुर: श्री गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व से पहले तैयार किए गए गुरुद्वारा श्री करतारपुर साहिब के कॉरिडोर का काम 98 प्रतिशत मुकम्मल हो चुका है। 104 एकड़ में फैले गुरुद्वारा कंपलैक्स के कुछ हिस्से को छोड़कर अब सिर्फ़ आखिरी टच देने का काम ही बचा है।
गुरुद्वारा साहिब के अतिरिक्त निर्माण के पहले चरण के तहत पाकिस्तान सरकार ने एक साल से भी कम समय में इस प्रोजैक्ट को अंजाम तक पहुंचाया है। 550वें प्रकाश पर्व पर यहां रोजाना 5 हज़ार भारतीय श्रद्धालु गुरुद्वारा साहिब में नतमस्तक होने के लिए आएंगे।
क्या हैं शर्तें
इस रास्तो के खोलने के लिए दोनों देशों के बीच कई समझौते हुए हैं। यदि श्रद्धालु इन शर्तों का ध्यान रखते हैं तो वह श्री करतारपुर साहिब के दर्शनों के लिए आसानी से जा सकते हैं।
►श्रद्धालु अपने साथ अधिक से अधिक 11 हज़ार की नकदी और 7 किलो वजनी थैला ही लेजा सकेंगे।
►इस यात्रा दौरान श्रद्धालुओं को वीजा की ज़रूरत नहीं होगी लेकिन पहचान के लिए पासपोर्ट लाज़िमी होगा, हालांकि इस पर कोई (वीजा की) मोहर नहीं लगेगी।
►13 साल से कम उम्र के बच्चे और 75 साल या इससे अधिक उम्र के बुज़ुर्ग ग्रुप में ही यात्रा कर सकेंगे।
►यात्रा दौरान पर्यावरण के अनुकूल सामग्री जैसे कपड़े के थैले को ही प्राथमिकता देने की हिदायत है।
►तेज़ आवाज़ में संगीत चलाने और अन्य तस्वीरें खींचने की नहीं होगी इजाज़त।
►यात्रियों को अकेले या ग्रुप में और चल कर जाने की छूट होगी।
►रास्ता रोज़ सुबह खुलेगा और श्रद्धालुओं को शाम तक हर हाल में वापिस आना होगा।
►यात्रियों के लिए लंगर और प्रसाद का प्रबंध पाकिस्तान ही करेगा।
►यात्रा से 10 दिन पहले भारत संबंधित श्रद्धालुओं के बारे जानकारी सांझी करेगा।
►श्रद्धालुओं को 4 दिन पहले ही यात्रा संबंधित जानकारी मुहैया करवाई जाएगी।
►इसके अलावा तीर्थ यात्रा के लिए श्रद्धालु को 20 डालर फीस अदा करनी पड़ेगी।
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