Edited By Sunita sarangal,Updated: 24 Jun, 2021 12:24 PM

टिंबर का कारोबार करने वाले प्रमुख ट्रेडर्स के 16 जगहों पर जी.एस.टी. इंटेलीजेंस ने दबिश दी।
लुधियाना(धीमान): डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ जी.एस.टी. इंटेलीजेंस के लुधियाना विंग ने 630 करोड़ रूपए की फर्जी बिलिंग करने वाले रैकेट का भांडाफोड़ किया है। टिंबर का कारोबार करने वाले प्रमुख ट्रेडर्स के 16 जगहों पर जी.एस.टी. इंटेलीजेंस ने दबिश दी। अधिकारी काफी देर से इस कंपनी को पकड़ने की कोशिश में लगे हुए थे। करीब 35 अधिकारियों की टीम ने एडीशनल डायरेक्टर रितु राज गुप्ता व ज्वाइंट डायरेक्टर दलजीत कौर के नेतृत्व में छापेमारी कर सारे दस्तावेजों को अपने कब्जे में लेकर छानबीन की तो पता चला कि ट्रेडर्स की 3 कंपनिया हैं जिसने आगे 12 कंपनियों को बिलिंग की है। सारा माल कागजों में ही खरीदा गया और बेचा गया। इस पर करीब 98 करोड़ रूपए के जी.एस.टी. चोरी करने का मामला बनता है।
अधिकारियेां से पता चला है कि 3 कंपनियों ने पहली 6 कंपनियों को बिलिंग की और बाद में उन 6 कंपनियों ने अगली 6 कंपनियों को बिलिंग कर दी। इस तरह 12 फर्जी कंपनियां बनाई गई थी। जिनमें आपसी ही बिलिंग कर सरकार का 98 करोड़ का जी.एस.टी. हड़प लिया। फिलहाल कंपनी के मालिक वरिंदर सिंह को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया गया। जहां से उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। इन सारी कंपनियों का मालिक वरिंदर सिंह ही बताया जा रहा है। सारा माल बिना बिल के खरीदा जाता था और बिना बिल के ही बेच दिया जाता था। बिल आपसी कंपनियों को काट दिए जाते थे जिस पर आई.टी.सी. क्लेम कर लिया जाता था। विभाग को जब करोड़ों की बिलिंग एकदम होने का अंदेशा हुआ तो अधिकारियों ने सारी कंपनियों को अपनी राडार पर लेकर जांच करनी शुरू कर दी। जब पुख्ता सबूत हाथ लगे तो उन्होंने छापेमारी की और कंपनी मालिक को गिरफ्तार कर लिया। बताया जाता है कि पंजाब में प्लाईवुड सप्लाई करने वाले यह सबसे बड़े ट्रेडर्स है।
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