Edited By Suraj Thakur,Updated: 10 Nov, 2018 02:56 PM
बठिंडा के किसानों ने सरकार से धान के नमी के मानदंडों में छूट देने की मांग को लेकर आमरण अनशन शुरू कर दिया है। भारी संख्या में किसान आमरण अनशन पर बैठे हैं। भारतीय किसान संघ के बैनर तले चल रह इस आमरण अनशन के जरिए राज्य के किसान पराली जलाने वाले किसानों...
बठिंडा। बठिंडा के किसानों ने सरकार से धान के नमी के मानदंडों में छूट देने की मांग को लेकर आमरण अनशन शुरू कर दिया है। भारी संख्या में किसान आमरण अनशन पर बैठे हैं। भारतीय किसान संघ के बैनर तले चल रह इस आमरण अनशन के जरिए राज्य के किसान पराली जलाने वाले किसानों पर दर्ज मामलों को वापिस लेने की भी मांग कर रहे हैं।
ये है पूरा मामला....
किसान सरकार से धान में नमी की मात्रा को 17 फीसदी से बढ़ाकर 24 फीसदी किए जाने की मांग कर रहे हैं। सरकार मिलर्स को 17 प्रतिशत नमी पर 1 प्रतिशत ड्रायर देती है। इस बारे में सीएम कैप्टन अमरेंद्र सिह केंद्र सरकार को पत्र भी लिख चुके हैं। जबकि पंजाब राइस मिलर्स एसोसिएशन का कहना है कि केन्द्र सरकार मिलिंग पॉलिसी में बदलाव करते हुए नमी दर 17 से बढ़ाकर 20 प्रतिशत और मिलर्स को ड्रायर दर बढ़ाकर 4 प्रतिशत दे तो पंजाब के राइस मिलर्स मंडियों में पड़ा सारा धान उठाने को तैयार हैं। गौरतलब है कि पंजाब की विभिन्न मंडियों में 40 लाख टन धान बकाया पड़ा है, जिसमें नमी की मात्रा 20 से 25 प्रतिशत तक है।