Edited By Kamini,Updated: 15 Jul, 2024 02:49 PM

किसानों द्वारा दिल्ली कूच की तैयारी शुरू कर दी है। एक और जहां हाईकोर्ट द्वारा हरियाणा सरकार से शंभू बॉर्डर खोलने का आदेश दे दिया है वहीं सुप्रीम कोर्ट से हरियाणा सरकार को कोई राहत नहीं मिली। अब किसानों द्वारा मीटिंग की जा रही है।
पंजाब डेस्क : किसानों द्वारा दिल्ली कूच की तैयारी शुरू कर दी है। एक और जहां हाईकोर्ट द्वारा हरियाणा सरकार से शंभू बॉर्डर खोलने का आदेश दे दिया है वहीं सुप्रीम कोर्ट से हरियाणा सरकार को कोई राहत नहीं मिली। अब किसानों द्वारा मीटिंग की जा रही है। संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) और किसान-मजदूर मोर्चा की संयुक्त बैठक में कुछ अहम फैसले लिए गए। बताया जा रहा है कि दोनों मोर्चे 16 जुलाई को सुबह 11 बजे चंडीगढ़ के किसान भवन में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अगली रणनीति का ऐलान करेंगे।
युवा किसान नेता नवदीप जलबेड़ा की रिहाई के लिए 17 जुलाई को अंबाला के बाजार में किसान बड़ी संख्या में एकत्र होकर एस.पी. कार्यालय अंबाला का घेराव करेंगे, जबकि 22 जुलाई को संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) और किसान-मजदूर मोर्चा का संयुक्त सम्मेलन नई दिल्ली के कॉन्स्टिट्यूशन क्लब में होगा। इस मौके पर देशभर से 200 किसान संगठनों के प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे।
किसान नेताओं ने कहा कि पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट द्वारा हरियाणा सरकार को बैरिकेड हटाने के आदेश के बाद किसानों में दिल्ली कूच को लेकर भारी उत्साह है। इस मौके पर जगजीत सिंह डल्लेवाल, सरवन सिंह पंधेर, इंदरजीत कोटबुड्ढा, जसविंदर लोंगोवाल, लखविंदर सिंह औलख, बलदेव सिंह जीरा, सुखजिंदर सिंह खोसा आदि किसान नेता मौजूद थे। आपको बता दें अपनी मांगों को लेकर किसान 13 फरवरी शंभू बार्डर पर डटे हुए हैं।
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