Edited By Urmila,Updated: 27 Sep, 2024 04:10 PM
लिस कमिश्नर स्वपन शर्मा के नेतृत्व में जालंधर कमिश्नरेट पुलिस ने नकली कनाडाई वीजा लगा कर अलस-अलग व्यक्तियों को धोखा देने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश किया
जालंधर (वैभव पुरी) : पुलिस कमिश्नर स्वपन शर्मा के नेतृत्व में जालंधर कमिश्नरेट पुलिस ने नकली कनाडाई वीजा लगा कर अलस-अलग व्यक्तियों को धोखा देने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश किया और दो मुख्य दोषियों को 26.70 लाख रुपये नकदी सहित पांच पासपोर्ट बरामद किए हैं।
इस संबंध में अधिक जानकारी देते हुए पुलिस कमिश्नर ने बताया कि गुरनाम सिंह पुत्र कुन्नण सिंह निवासी गांव तलवंडी भिंडरा, बटाला, जिला गुरदासपुर ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया कि अपनी शिकायत में गुरनाम सिंह ने कहा था कि उसने अपने और अपने रिश्तेदारों और परिचितों से 25 मूल पासपोर्ट और पैसे लेकर उत्तर प्रदेश के लखनऊ निवासी संतोष कुमार को सौंप दिए थे। स्वपन शर्मा ने बताया कि संतोष दुबई का रहने वाला था और उसका असली नाम वाजिद अली पुत्र निजामुद्दीन निवासी मकान नंबर-274, ग्राम बरसैनी टोला, उजदीपट्टी, डाकघर हेमदापुर, थाना पिपराच, गोरखपुर, उत्तर प्रदेश है और मुनीश कुमार पुत्र गुरदेव सिंह पुत्र निवासी टीचर कॉलोनी, वार्ड नंबर: 2, बलाचौर, जिला एस.बी.एस. नगर है।
पुलिस कमिश्नर ने कहा कि आरोपियों को नकदी और बैंक ट्रांसफर के माध्यम से भुगतान किया गया था। उन्होंने बताया कि वाजिद अली उर्फ संतोष ने वीजा आवेदन के लिए दिए गए मूल पासपोर्ट में से 22 वीजा पासपोर्ट व्हाट्सएप के जरिए गुरनाम सिंह को भेजे थे। स्वपन शर्मा ने बताया कि जांच करने पर पता चला कि ये वीजा फर्जी थे और इन पर कनाडा के टूरिस्ट वीजा के फर्जी स्टिकर लगे हुए थे।
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