Edited By Suraj Thakur,Updated: 03 Jun, 2019 03:21 PM
दरअसल कैप्टन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर कहा है कि केंद्र सरकार की मदद के बिना इस समस्या को जड़ से खत्म नहीं किया जा सकता।
जालंधर। पंजाब के सीएम कैप्टन अमरेंद्र सिंह पीएम मोदी को नशे से संबंधित पत्र लिखने के बाद विरोधी राजनीतिक दलों के निशाने पर आ गए हैं। दरअसल कैप्टन ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर आग्रह किया है कि केंद्र सरकार नशे से निपटने के लिए राष्ट्रीय नीति तैयार करे क्योंकि यह समस्या पूरे देश में है। कैप्टन अमरेंद्र ने सूबे से चार सप्ताह के अंदर नशा खत्म करने की गुटका साहिब की सौगंध खाई थी, जिसे विरोधी उन्हें एक बार फिर से याद दिला रहे हैं।
नौकरी दी होती तो नशे से न मरते नौजवान
पीएम को पत्र लिखने के बाद विपक्ष के नेताओं ने कैप्टन को घेरना शुरू कर दिया है। उनका आरोप है कि पंजाब में आए दिन नशे के आवेरडोज से युवाओं की मौत हो रही है, और सरकार नशे को खत्म करने के बजाए अब बैकफुट पर आ गई है। आम आदमी पार्टी ने लंबे अरसे से पंजाब में नशाखोरी को लेकर कैप्टन सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। आप के प्रधान व सांसद भगवंत मान ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह को घेरते हुए कहा है कि नशे की ओवरडोज से मर रहे नौजवानों के बारे में मुख्यमंत्री मूक दर्शक क्यों बने हुए हैं? मान ने कहा कि पिछली बादल सरकार के 10 वर्षीय माफिया राज के दौरान खतरनाक हद तक फैली नशे की बीमारी ने पंजाब के कई घर तबाह कर दिए। हजारों नौजवानों की जिंदगी लील ली। परंतु नशे और नशा तस्करों का सिर्फ 4 हफ्तों में सफाया करने की कसम खाने वाले कैप्टन अमरेंद्र सिंह अपने ढ़ाई साल के कार्यकाल के दौरान बुरी तरह असफल रहे हैं। यदि सरकार ने नौकरी दी होती तो नौजवान नशे से नहीं मरते।
क्या लिखा है पत्र में
कैप्टन पीएम नरेंद्र मोदी के दोबारा प्रधानमंत्री बनने के बाद उन्हें चार बार पत्र लिख चुके हैं। जिनमें एक पत्र हाल ही में नशे के खिलाफ राष्टीय नीति बनाने को लेकर लिखा गया है। उन्होंने पत्र में कहा है कि नशा आज एक वैश्विक समस्या बन गया है जिसकी व्यक्तिगत और सामाजिक स्तर पर कीमत अदा करनी पड़ रही है। केंद्रीय सामाजिक न्याय, सशक्तिकरण मंत्रालय और एम्ज के नेशनल ड्रग डिपैंडैंस ट्रीटमेंट सैंटर की फरवरी 2019 को जारी की गई रिपोर्ट में इसका जिक्र किया गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में नशे ने गहराई तक पांव पसार लिए हैं जिससे निपटने के लिए साझी नीति की जरूरत है।
सिक्के जारी करने की भी मांग
अमरेंद्र सिंह ने पीएम मोदी से एक अन्य पत्र के माध्यम श्री गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाशोत्सव पर सोने और चांदी के सिक्के जारी करने की भी मांग की है। पत्र में कहा गया है कि इन सिक्कों की देश-विदेश में बहुत ज्यादा डिमांड है, लेकिन इसमें रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआइ) की नई पॉलिसी बाधा बन रही है।अमरेंद्र ने प्रधानमंत्री से इसके लिए नियमों बदलाव करने की मांग भी की है। इससे पहले वह जीएसटी के सरलीकरण को लेकर भी पीएम को पत्र लिख चुके हैं।