साइबर अलर्ट: ऑनलाइन ठगी का नया हथियार फेक ऑक्सीजन लैवल एप

Edited By Vatika,Updated: 24 Sep, 2020 11:17 AM

cyber alert online fraud

कोरोना महामारी ने विश्वभर में 9 लाख 76 हजार से ज्यादा लोगों की जान ले ली है और 3 करोड़ 18 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हो चुके हैं। अब तक के अध्ययन में पाया गया है कि ब्लड प्रैशर, शूगर और मोटापे के शिकार लोग

जालंधर(विशेष): कोरोना महामारी ने विश्वभर में 9 लाख 76 हजार से ज्यादा लोगों की जान ले ली है और 3 करोड़ 18 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हो चुके हैं। अब तक के अध्ययन में पाया गया है कि ब्लड प्रैशर, शूगर और मोटापे के शिकार लोग इस संक्रमण की चपेट में ज्यादा आ रहे हैं और लैवल-2 व लैवल-3 की स्थिति में मरीज को सांस लेने में तकलीफ होती है तथा ऑक्सीजन की जरूरत पड़ती है। ब्लड में ऑक्सीजन की कमी ऑक्सीमीटर डिवाइस से जांची जा रही है और ठगी के माहिरों ने ऑक्सीजन लैवल को ही ठगी का नया हथियार बनाते हुए ऑक्सीजन लैवल एप बना ली हैं।

एक बार आपने इस एप को डाऊनलोड किया नहीं कि आपका मोबाइल हैक हो जाता है। फिर आपके मोबाइल में जो भी डाटा फीड है वह हैकर के पास पहुंच जाता है। एस.एम.एस. और व्हाट्सएप के जरिए आपके फोन पर एक मैसेज आता है-ऑक्सीजन लैवल एप के जरिए आप अपने ब्लड में ऑक्सीजन लैवल, ब्लड प्रैशर और शूगर माप सकते हैं और मैसेज में गूगल प्लेस्टोर से एप डाऊनलोड करने को कहा जाता है लेकिन यह मैसेज फर्जी होते हैं क्योंकि किसी एप के जरिए आपके शरीर में ऑक्सीजन का लैवल नहीं मापा जा सकता है। ऑक्सीजन, शूगर और ब्लड प्रैशर लैवल मापने के लिए डिवाइस जरूर बने हैं लेकिन साइबर माहिरों की मानें तो कोई ऐसी एप नहीं है जो आपको आपके शरीर में ऑक्सीजन, ब्लड प्रैशर और शूगर लैवल की सटीक जानकारी दे सके।

कैसे होता है आपका मोबाइल और डाटा हाईजैक 
आपके मोबाइल पर आए मैसेज के लिंक पर आपकी उंगली जाते ही खेल शुरू हो जाता है। मैसेज क्लिक होने पर ऑक्सीमीटर, ब्लड प्रैशर और हार्ट रेट जांचने के लिए एप डाऊनलोड करने को कहा जाता है। एप डाऊनलोड होने पर अपनी फिंगर को कैमरे के आगे रखने को कहा जाता है। फिंगर कैमरे के आगे आने पर फिगर स्कैनिंग शुरू हो जाती है। फिंगर स्कैन के साथ ही आपका मोबाइल हैक हो जाता है और सारा डाटा हैकर के पास चला जाता है।

ऐसी कोई एप नहीं जो ऑक्सीजन लैवल बता दे : रिसर्चर
साइबर सिक्योरिटी रिसर्चर पलविन्द्र सिंह ने बताया कि कोरोनाकाल में हर किसी को अपना ऑक्सीजन लैवल चैक करने की सलाह दी जा रही है। इसके लिए मार्कीट में कई तरह के डिवाइस उपलब्ध हैं लेकिन अभी ऐसी कोई एप नहीं बन सकी जो किसी की फिंगर को स्कैन कर ब्लड लैवल या शूगर लैवल जांच सके। इसके अलावा कुछ कंपनियों ने वॉच बनाई है जोकि व्यक्ति के ब्लड प्रैशर और ऑक्सीजन लैवल को बता सकती है। यह वॉच एक तरह से डिवाइस ही है। इसके अतिरिक्त कुछ मोबाइल्स में डिवाइस भी लगे होते हैं जो ऑक्सीजन लैवल बता सकते हैं लेकिन एप से ऑक्सीजन लैवल नहीं जांच जा सकता है। यह केवल ठगों द्वारा किसी व्यक्ति का डाटा हैक करने के लिए बनाई गई एप है और वे इसका दुरुपयोग करते हैं।

ऑक्सीमीटर से ही ऑक्सीजन चैक करें: चंद्र बौरी
ऑक्सीजन लैवल एप के संबंध में जब फिजीशियन डॉ. चंद्र बौरी से बात की गई तो उन्होंने कहा कि इस तरह की एप के संबंध में उनके पास कोई जानकारी नहीं है और न ही मैडीकल में कोई ऐसी एप आई है जो ऑक्सीजन लैवल बता सके। उन्होंने कहा कि मार्कीट में मिलने वाले ऑक्सीमीटर से ही ऑक्सीजन लैवल चैक किया जाना चाहिए। 

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