Edited By Subhash Kapoor,Updated: 11 Jun, 2025 09:15 PM

लुधियाना वेस्ट उपचुनाव के माहौल में बुधवार को कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता पवन खेड़ा का पंजाब पहुंचना एक बड़ा राजनीतिक संदेश था।
लुधियाना (विक्की): लुधियाना वेस्ट उपचुनाव के माहौल में बुधवार को कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता पवन खेड़ा का पंजाब पहुंचना एक बड़ा राजनीतिक संदेश था। 'आप' संयोजक अरविंद केजरीवाल द्वारा यह कहे जाने पर कि भारत भूषण आशु विपक्ष के विधायक बनने पर कोई काम नहीं करवा पाएंगे, पर खेड़ा ने करारा पलटवार किया। उन्होंने कहा, "अगर विपक्ष के विधायक कोई काम नहीं करवा सकते, तो केजरीवाल दिल्ली में अपनी पार्टी के सारे विपक्षी विधायकों से इस्तीफा क्यों नहीं दिलवा देते?"
खेड़ा ने सवाल दागा कि अगर संजीव अरोड़ा को मंत्री बनाने का वादा किया गया है, तो केजरीवाल यह भी बताएं कि किस मौजूदा मंत्री को हटाया जाएगा? उन्होंने चुनौती भरे लहजे में कहा कि "कागजों में पंजाब सरकार भले ही भगवंत मान चला रहे हों, पर हकीकत में उसकी कमान अब दिल्ली की के लोगों के हाथ में है।
खेड़ा ने कहा कि दिल्ली की सत्ता में हार के बाद अब दिल्ली की फिजूलखर्ची का बोझ पंजाब के किसान, युवा और कारोबारी उठा रहे हैं। उन्होंने यह भी तंज कसा कि "जो नेता दिल्ली में शराब घोटाले में जेल काट चुके हैं, वो अब पंजाब में नशा खत्म करने की बातें कर रहे हैं, यह तो विडंबना है।"
आशु पर सरकार के काम रोकने की धमकी पर खेड़ा बोले, "आशु सरकार की धमकियों से नहीं डरता है। वह जानता है कि जनता का काम कैसे करवाना है, चाहे सत्ता में हो या विपक्ष में।" खेड़ा ने अंत में कहा, "जो आदमी कभी वीआईपी कल्चर के खिलाफ था, आज वो खुद हेलीकॉप्टरों में घूमता है, दो राज्यों की Z सुरक्षा में चलता है और पंजाब की जनता के पैसे से ऐश कर रहा है।" लुधियाना की जनता को अब फैसला करना है — क्या वे अपने मजबूत नेता भारत भूषण आशु के साथ खड़ी होगी, या फिर बाहर से थोपे गए नकली वादों की राजनीति को स्वीकार करेगी?