Edited By Kalash,Updated: 19 Jun, 2022 10:21 AM
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि जिन नौजवानों ने पिछले 2 सालों में शारीरिक परीक्षा
चंडीगढ़ (अश्वनी कुमार): पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि जिन नौजवानों ने पिछले 2 सालों में शारीरिक परीक्षा पास की है, ‘अग्निपथ’ स्कीम को लागू करने की बजाय उन्हें फौज में भर्ती होने के लिए लिखित परीक्षा में बैठने का मौका दिया जाना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने ‘अग्निपथ’ स्कीम को वापस लेने की मांग को दोहराते हुए कहा कि यह बेतुकी बात है कि 2 सालों से हजारों नौजवानों ने हथियारबंद सेनाओं में भर्ती के लिए शारीरिक परीक्षा पास की है परंतु उनको लिखित परीक्षा के लिए नहीं बुलाया गया। राजग सरकार ने इसके विपरीत एक अजीबो-गरीब कदम उठाते हुए अग्निपथ स्कीम शुरू कर दी है, जिसमें जवानों को बिना किसी पैंशन लाभ के फौज में 4 साल के छोटे से सेवाकाल की इजाजत दी जा रही है। भगवंत मान ने कहा कि यह देश के उन नौजवानों के साथ घोर बेइंसाफी है, जो भारतीय फौज में भर्ती होकर अपनी मातृभूमि की सेवा करना चाहते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार को इस स्कीम को वापस लेना चाहिए और पिछले 2 सालों में शारीरिक टैस्ट पास करने वाले नौजवानों को लिखित परीक्षा में बैठने की इजाजत देनी चाहिए। इससे उनको भारतीय फौज में भर्ती होने और अपनी मातृभूमि की सेवा करने का उपयुक्त मौका मिलेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘अग्निपथ’ स्कीम यदि लागू होती है तो सैनिकों के लडऩे के सामर्थ्य को कमजोर करेगी क्योंकि सिर्फ 4 सालों में उनके पास जंग के मैदान में दुश्मन के साथ लडने का बहुत तजुर्बा नहीं होगा। यह स्कीम फौज में 4 साल के थोड़े समय के कार्यकाल के बाद नौजवानों को बेरोजगार बना देगी।
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