Edited By Mohit,Updated: 26 Sep, 2020 06:40 PM
पंजाब के मुख्यमंत्री अमरेन्द्र सिंह ने शनिवार को कहा कि विवादास्पद कृषि विधेयकों के मुद्दे पर...........
चंडीगढ़ः पंजाब के मुख्यमंत्री अमरेन्द्र सिंह ने शनिवार को कहा कि विवादास्पद कृषि विधेयकों के मुद्दे पर अकालियों द्वारा राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) छोड़ने से लगातार इंकार करना सत्ता से चिपके रहने के उनके लालच और हताशा को दर्शाता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि गठबंधन की सहयोगी भाजपा द्वारा सार्वजनिक रूप से अपमानित किए जाने के बावजूद शिरोमणि अकाली दल पंजाब और उसके किसानों को अनदेखा कर सत्ता की डोर थामे रखना चाहता है, जिससे उनका दोहरा मापदंड और कृषक समुदाय के प्रति उनकी बेरूखी सामने आई है।
कैप्टन भाजपा के उस बयान का जिक्र कर रहे थे कि जिसमें कृषि विधेयकों के बारे में किसानों को समझाने बुझाने का दायित्व अकालियों पर डाला गया। कैप्टन ने सवाल किया, ‘‘अकाली केंद्र की किसान विरोधी और जन विरोधी उस भाजपा नीत सरकार का हिस्सा बने हुए हैं जिसने औद्योगिक घरानों के साथ मिलकर किसानों को उनकी जीविका से वंचित करने और पंजाब को बर्बाद कर देने का षडयंत्र रचा था?''
मुख्यमत्री ने शिअद पर ‘येन-केन-प्रकारेण राजनीतिक रूप से प्रासंगिक बने रहने का प्रयास करने का आरोप लगाया। मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्रीय मंत्रिमंडल से हरसिमरत कौर के इस्तीफे के ‘राजनीति से प्रेरित नाटक' के बाद शिअद अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल से व्यापक रूप से यह उम्मीद की गई कि उनकी पार्टी केंद्र से नाता तोड़ेगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ जो उनका ‘‘शर्मनाक दोहरा मापदंड है।'