Edited By Mohit,Updated: 08 Oct, 2019 07:16 PM
अमृतसर के जिला उपायुक्त शिवदुलार की ओर से लिखित आश्वासन दिए जाने के पश्चात बहुचर्चित जौड़ा रेल फाटक हादसे के पीड़ितों ने अपना धरना समाप्त कर दिया।
अमृतसरः अमृतसर के जिला उपायुक्त शिवदुलार की ओर से लिखित आश्वासन दिए जाने के पश्चात बहुचर्चित जौड़ा रेल फाटक हादसे के पीड़ितों ने अपना धरना समाप्त कर दिया। गत वर्ष 18 अक्तूबर को विजय दशमीं के अवसर पर रेलवे लाईनों पर खड़े होकर रावण दहन देखते हुए 60 लोगों की ट्रेन से कट कर मौत हो गई थी। एक वर्ष पश्चात भी इंसाफ नहीं मिलने के विरोध में मंगलवार को पीड़ित परिवारों ने सुबह से धरना दिया हुआ था। जिला प्रशासन द्वारा आश्वासन दिए जाने के पश्चात धरना समाप्त कर दिया गया।
धरने पर बैठे लोगों ने बताया कि जिला प्रशासन ने लिखित रूप में आश्वासन दिया है कि उनकी मांग पर 22 अक्टूबर तक कार्रवाई की जाएगी। प्रदर्शनकारियों ने बताया कि अगर सरकार ने उनकी मांग नहीं मानी तो 22 अक्टूबर से संघर्ष को और तेज किया जाएगा तथा रेल ट्रेक पर धरना दिया जाएगा। इससे पहले पीड़ितों ने सोमवार की शाम को मृत्कों की याद में कैंडल मार्च का आयोजन किया था जिसमें शिरोमणि अकाली दल के नेता बिक्रमजीत सिंह मजीठिया और अन्य कार्यकर्ता भी शामिल हुए थे।