Edited By Subhash Kapoor,Updated: 14 Jan, 2025 11:19 PM
अमृतसर में मेयर बनाने को लेकर चर्चा जोरों पर है कि मेयर कौन बनाएगा। निगम हाऊस में कुल 92 सदस्य बन गए है, इनमें से कम से कम बहुमत के लिए 47 पार्षदों की आवश्यकता है। आम आदमी पार्टी कहती है कि मेयर आप का बनेगा और कांग्रेस कहती है, कि मेयर कांग्रेस का...
अमृतसर (कमल): अमृतसर में मेयर बनाने को लेकर चर्चा जोरों पर है कि मेयर कौन बनाएगा। निगम हाऊस में कुल 92 सदस्य बन गए है, इनमें से कम से कम बहुमत के लिए 47 पार्षदों की आवश्यकता है। आम आदमी पार्टी कहती है कि मेयर आप का बनेगा और कांग्रेस कहती है, कि मेयर कांग्रेस का बनेगा। पर लोगों को हर दिन अगल-अलग खबरे पढ़ने को मिल रहा है कि आम आदमी पार्टी के 24 पार्षद चुनाव में जीते थे। उसके बाद आम पार्टी ने कुछ आजाद पार्षदों का शामिल करवाया जिस के साथ आम आदमी पार्टी का जोड़ अब 5 विधायकों की वोटों से 36 वोट हो चुका है, क्योंकि आज वार्ड नंबर 63. और 67 से भी आजाद पार्षद आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए है। जिसके चलते आम आदमी पार्टी का ग्राफ तो बढ़ रहा है, पर फिर भी 46 पार्षद फुल मिजोरटी के लिए चाहिए। क्योंकि अकाली 3 और भाजपा के 9 पार्षद हैं और वो किसी को सर्मथन देने के लिए कोई पत्ता नहीं खोल रहे।
दूसरी तरफ कांग्रेस के खेमे और लोगों मे बहुत चर्चा विषय बना हुआ है कि कांग्रेस के पास 41 पार्षद है, पर वो मेयर बनाने की तो बात करते है, पर सभी आजाद पार्षद तो आम आदमी पार्टी में शामिल हो रहे हैं तो कांग्रेस किस तरह मेयर बना सकती है, चाहे कांग्रेस हाईकमान ने सभी पार्षदों से और शहर के नेताओं से लिखित तौर पर ले लिया है कि हाईकमान जिसे मेयर बनाने के लिए कहेगी, हम उसे वोट करेंगे। दूसरी तरफ इस समय मेयर बनाने मे सबसे ज्यादा जोर कैबिनेट मंत्री कुलदीप सिंह धारीवाल लगा रहे है, अभी भी आम आदमी पार्टी को फुल मिजोरटी मे आने के लिए बहुत पार्षदों की जरूरत है।