Edited By Kalash,Updated: 29 Dec, 2024 05:39 PM
अब मौसम में आए बदलाव के कारण खांसी, जुकाम, बुखार, निमोनिया, अस्थमा और वायरस जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ गया है।
बुढलाडा : पंजाब में इस समय पड़ रही कड़ाके की ठंड में बच्चों, बुजुर्गों और गंभीर बीमारियों से पीड़ित लोगों का जीना मुश्किल हो गया है। ऐसे में ठंड से बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा एडवाइजरी जारी की गई है। कल सुबह हुई बूंदाबांदी के कारण ठंड का असर पहले से ज्यादा हो गया है। ठंड बढ़ने से खांसी, जुकाम और बुखार के अलावा वायरस जैसी बीमारियों के फैलने का भी डर बढ़ गया है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा बढ़ रही ठंड को लेकर एडवाइजरी जारी की गई है। इसके साथ ही बच्चों और बुजुर्गों को इन दिनों में अपना खास ध्यान रखने की हिदायत की गई है। दिल के मरीजों को भी अपना ख्याल रखने की जरूरत है।
जानकारी के अनुसार पिछले कुछ दिनों से सूखी ठंड के कारण कई लोग बीमारियों की चपेट में आ रहे थे पर अब मौसम में आए बदलाव के कारण खांसी, जुकाम, बुखार, निमोनिया, अस्थमा और वायरस जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ गया है। इससे 2 दिन पहले भारत सरकार के प्रदूषण नियंत्रण विभाग की ओर से एडवाइजरी जारी की गई थी पर अब बारिश के साथ ही प्रदूषण का स्तर भी काफी नीचे चला गया है। बारिश के बाद बुजुर्गों और बच्चों दोनों के स्वास्थ्य पर असर पड़ता है, क्योंकि ठंड के कारण वे बहुत जल्दी बीमार हो सकते हैं।
ठंड के मौसम में ऐसे करें बचाव
ऐसे मौसम में बिना काम के घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए। छोटे बच्चों को गर्म कपड़े पहना कर रखना चाहिए, सिर और पैरों को पूरी तरह से ढककर रखना चाहिए और खांसी, सर्दी, दस्त, उल्टी या बुखार होने पर तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए। इसके साथ ही लोग बंद कमरे में अंगीठी न जलाएं, इससे कार्बन मोनोऑक्साइड गैस निकलती है, जो जानलेवा साबित हो सकती है। सर्दियों में अपने खान-पान का विशेष ध्यान रखना चाहिए और समय-समय पर गर्म तरल पदार्थों का सेवन करना चाहिए। इसके अलावा मौसम विभाग की चेतावनियों पर भी विशेष ध्यान देना चाहिए। ज्यादा कोहरा, बारिश या ओले पड़ने की स्थिति में घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए।
बारिश के बाद फ्लू और अन्य बीमारियां बढ़ने का डर
बाल विशेषज्ञ डॉ. अमनदीप गोयल ने कहा कि जिले में बारिश के कारण फ्लू व अन्य बीमारियों की आशंका बढ़ गई है। खासकर बच्चों और बुजुर्गों को इन दिनों में खास ख्याल रखना चाहिए। खांसी, जुकाम, बुखार के अलावा निमोनिया के मरीजों की संख्या बढ़ जाती है और अस्थमा का अटैक भी मरीजों को अधिक अपनी चपेट में लेता है। इसके साथ ही इन्फ्लूएंजा वायरस और स्वाइन फ्लू के मामलों में भी बढ़ोतरी हो रही है। यदि खांसी बनी रहे तो तुरंत जांच करवानी चाहिए। गर्म कपड़े पहनने चाहिए और बाहर के खाने से बचना चाहिए।
टी.बी. के मरीज हो जाएं सावधान
डॉ. गोबिंद सिंह ने कहा कि लोगों को स्वास्थ्य विभाग की एडवाइजरी का पालन करना चाहिए और टी.बी. के मरीजों को भी इन दिनों में विशेष ख्याल रखना चाहिए। डॉक्टरों द्वारा बताए गए आहार और दवा को समय पर लेना चाहिए। यदि उन्हें कोई असुविधा महसूस होती है तो संबंधित डॉक्टर को समय पर सूचित किया जाना चाहिए।
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