Edited By Urmila,Updated: 07 Aug, 2024 01:29 PM
गोवा के महान शहीद करनैल सिंह का पैतृक गांव ईसड़ू 15 अगस्त से पहले बारूद का गोला बनने से बाल-बाल बच गया।
खन्ना : गोवा के महान शहीद करनैल सिंह का पैतृक गांव ईसड़ू 15 अगस्त से पहले बारूद का गोला बनने से बाल-बाल बच गया। यहां एक स्कूल बस ड्राइवर की लापरवाही से बड़ा हादसा हो सकता था। इस हादसे में सेना के एक रिटायर्ड अधिकारी और उसके साथी ने छलांग लगाकर जान बचाई। पुलिस ने पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है। राम सिंह निवासी होल ने बताया कि वह अपने साथी समेत कहीं जा रहे थे।
ईसड़ू गांव में अड्डे के पास पैट्रोल पंप पर पैट्रोल डलवाने रुके। इसी बीच एक स्कूल बस वहां बेकाबू हो गई और सीधे स्कूटी की तरफ आई तो उन्होंने छलांग लगा दी। बस स्कूटी के ऊपर चढ़ गई। बस के आगे स्कूटी फंसने के बाद वह रुक गई। गनीमत रही कि बस और पेट्रोल पंप की मशीन में मात्र 2 फुट का फासला भी मुश्किल से बचा था। अगर बस न रुकती और मशीन को तोड़ देती तो बड़ा धमाका हो सकता था। इस धमाके में पूरा गांव बारूद का गोला बन सकता था।
वहीं दूसरी तरफ हादसे के बाद एक बड़ा तथ्य सामने आया। बस के ऊपर स्कूल बस लिखा था। लेकिन जब जांच की तो पता चला कि यह बस किसी स्कूल से संबंधित नहीं है। यह फैक्टरी से संबंधित बस बताई जा रही है जोकि लेबर की ट्रांसपोर्टेशन के लिए रखी थी। ईसड़ू पुलिस चौकी इंचार्ज दविंदर सिंह ने कहा कि दोनों व्हीकल पुलिस के कब्जे में हैं। बस का परमिट, फिटनैस सर्टिफिकेट और अन्य कागजात मंगवाए हैं। दोनों पक्ष बुधवार को चौकी में आएंगे।
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