बाढ़ और भारी बारिश के कारण अमृतसर जिले के 175 सरकारी स्कूलों को 54 करोड़ 17 लाख रुपए का नुकसान हुआ है।
अमृतसर (दलजीत): बाढ़ और भारी बारिश के कारण अमृतसर जिले के 175 सरकारी स्कूलों को 54 करोड़ 17 लाख रुपए का नुकसान हुआ है। ज्यादातर स्कूलों की दीवारें ढह गई हैं, जबकि कई इमारतें लंबे समय तक पानी जमा रहने के कारण असुरक्षित हो रही हैं। स्कूलों के रख-रखाव के लिए विभाग द्वारा लगाए गए करोड़ों रुपए बाढ़ के पानी में बह गए हैं। विभाग ने सरकारी स्कूलों को हुए नुकसान के संबंध में उच्च अधिकारियों को रिपोर्ट भेज दी है और आज शिक्षा विभाग के शिक्षा डायरैक्टर सैकेंडरी गुरिंदर सिंह बेदी ने भी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में स्थित स्कूलों का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया है।
जानकारी के अनुसार जिले के रमदास, लोपोके और अजनाला इलाकों के सरकारी स्कूलों को बाढ़ के कारण काफी नुकसान हुआ है। इसके अलावा लगातार बारिश के कारण स्कूलों में अच्छे लैंटर भी पानी की मार तले आ गए है। शिक्षा विभाग के अनुसार लोपोके, अजनाला, रमदास आदि इलाकों में स्थित 135 सरकारी एलीमैंट्री स्कूलों को 29 करोड़ 17 लाख रुपए का नुकसान हुआ है, जबकि लगभग 40 मिडल हाई और सीनियर सैकेंडरी स्कूलों को नुकसान हुआ है। अधिकारियों ने अनुमान लगाया है कि उपरोक्त स्कूलों में नुकसान 25 करोड़ रुपए से अधिक है।
शिक्षा विभाग के निर्देशक शिक्षा मिडल गुरिंदर सिंह बेदी ने रमदास क्षेत्र में बाढ़ से प्रभावित स्कूलों का दौरा किया और स्थिति पर एक संक्षिप्त रिपोर्ट तैयार की। दूसरी ओर अब तक लेह जिले के ब्लॉक अजनाला 1 व 2, रमदास, अमृतसर-1, अमृतसर-2, अमृतसर-4, चोगावां-1 और 2, रईया-1 और 2 और जंडियाला गुरु के प्राथमिक, मध्य, उच्च और वरिष्ठ मिडल विद्यालय काफी हद तक प्रभावित हुए हैं। जिले में बाढ़ के कारण पिछले कुछ दिनों से 140 से अधिक गांव बाढ़ के पानी में हैं, जहां पिछले 8 दिनों से पानी कहर बरपा रहा है।
जिले में सरकारी प्राइमरी स्कूल बाल बावा, हरार कलां, चक सिकंदर, मोहन भंडारिया, हरड खुर्द, अजनाला (लड़कियां), भुच्चा तारा सिंह, लखुवाल, इब्राहिमपुरा, गुज्जरपुरा, अजनाला सक्की वाला, बावा किला, नानके, उर्धन, घुमराई, अबू सईद, अलीवाल कोटली, अंब नंगल, अरियन, अवान, बागबानपुरा, बाल ल्हुब दरिया, बावली, भूटानपुरा (रामदास), चाहरपुर, चक बाला, चन्ना, चरतेवाली, डहुरियन, दरिया मूसा, धांगाई, दाजीवाल, दयाल भट्टी, फतेहवाल, गग्गोमहल, गालिब, घोनेवाल, गिलांवाली, जट्टां, कल्लोमहल, कटले, कोट गुरबख्श, कोट रजादा, कोटली जमीत सिंह, कुरलियां, लखुवाल, लंगोमहल, माछीवाहला, मलकपुर, मंदरवाला, नंगल सोहल, निसोके, पच्चिया, पड्डेवाल, पंज गेरियन वाहला, रमदास (1), रमदास (2), रूड़ेवाल, सम्मेवाल, समराई, शहजादा, सिगको, सूफियाना, सुल्तान महल, तलवंडी राय दादू, थोबा, वसावा सिंह वाली, दीनेवाली, सराय, बिटा कलां, मिहोका, लोहारका कला, तारादीवाल, दल्लोके, ओधार, चुचकवाल, मोहलेके, कुट्टीवाल, सोरियन, बचीविंड, चोगावां, बरलास, चक एल. चक डोगरान, पूंगा, माझी मिया, कामिरपुरा, कोटली कोरोटाना, मियादी कलां, नेपाल, नंगल वंझनवाला, पंजू कलां, शाहीवाल, डाबर, वंझनवाला, नवांकोट, शेरे निगाह, बुटाला (लड़के), रईया खुर्द, छपियांवाली, शेर धाईवाली, रईया बस्ती, कोट महताब, लखुवाल, नोरंगपुर, खेड़ा थानेवाल, वडाला खुर्द, उस्मान, निबार, भोरशी राजपूत, बुटारी स्टेशन राजधन, वडाला कलां, देहरीवाल, मुच्छल (लड़के) के अलावा सैकेंडरी विंग के अधीन 95 से अधिक मिडल, हाई और सीनियर सैकेंडरी स्कूलों की प्रारंभिक रूप में पहचान की गई है, जिनमें स्कूलों की चार दीवारें, क्लासरूम, रंग-रोगन, फर्श, आंगन, ग्राउंड, पानी से चलने वाली मोटरें, बिजली की वायरिंग, स्कूल के मैदान, स्कूल के रिकॉर्ड और फर्नीचर को भारी नुकसान पहुंचने की खबरें हैं। उपरोक्त आंकड़ों के अनुसार सरकारी स्कूलों को करोड़ों रुपए का भारी नुकसान हुआ है।
जिला शिक्षा अधिकारी (एस) राजेश कुमार शर्मा ने बताया कि रावी दरिया में आई बाढ़ और पिछले कुछ दिनों से हो रही भारी बारिश के कारण सरकारी स्कूलों की इमारतें और फर्नीचर को नुकसान पहुंचा है। उन्होंने कहा कि जिले के सरकारी स्कूलों को हुए वास्तविक नुकसान का पता आने वाले दिनों में पानी साफ होने और स्कूलों के खुलने के बाद ही चलेगा क्योंकि अधिकांश इलाके अभी भी जलमग्न हैं और कई इलाकों में पानी बह रहा है लेकिन अभी तक प्रथम दृष्टया करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ है। इस संबंध में डी.सी. साक्षी साहनी ने भी जिला शिक्षा अधिकारी से सरकारी स्कूलों को हुए नुकसान की रिपोर्ट मांगी है ताकि स्थिति सामान्य होने के तुरंत बाद स्कूलों का जीर्णोद्धार किया जा सके।
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