Edited By Subhash Kapoor,Updated: 14 Jun, 2025 11:47 PM

कैदियों/हवालातीयों को तनाव मुक्त करने की जेल विभाग समय समय पर प्रयास करता है। जेल मे बंदियों को कब किस प्रशिक्षण की जरूरत है। इस बारे भी जेल विभाग कुछ योजनाओ पर काम कर रहा है।
लुधियाना (स्याल) : कैदियों/हवालातीयों को तनाव मुक्त करने की जेल विभाग समय समय पर प्रयास करता है। जेल मे बंदियों को कब किस प्रशिक्षण की जरूरत है। इस बारे भी जेल विभाग कुछ योजनाओ पर काम कर रहा है।
इसी कड़ी में ताजपुर रोड की सैंट्रल जेल, महिला जेल, ब्रौस्टल जेल में एडीजीपी (जेल) अरुण पाल सिंह विशेष रूप से पहुंचे। जिन्होंने कैदियों/हवालातियों को तनाव मुक्त रखने के उद्देश्य से लाफिंग मोटिवेशन करवाई और कैदियों को अपने आचरण में सुधार लाने की भी सीख दी गई। उन्होंने कैदियों हवालातियों को कहा प्रतिदिन प्राणायाम अभियान करने से शरीर स्वस्थ और सकारात्मक सोच पैदा होती है। इस अवसर पर भारी गिनती में जेल स्टाफ भी उपस्थित था। मीडिया से बातचीत में जेल के अधिकारियों ने बताया कि ऐ.डी.जी.पी के इस दौरे से जेल में बंदियों को सही मार्गदर्शन करने और उन्हें सही दिशा में लाना समय की मांग है जिसके अधीन जेल स्टाफ सजगता से काम कर रहा है। साथ ही जेल में ऐसा माहौल बनाया जा रहा है कि बंदी जब भी जेल से रिहा होकर जाएं। अपना अच्छा जीवन व्यतीत कर सके।