Edited By bharti,Updated: 27 Aug, 2018 12:44 PM
कपूरथला शहर सहित जिले की सड़कों में लाखों रुपए की लग्जरी गाडिय़ों में घूमने वाले कई सफेदपोश लोगों...
कपूरथला (भूषण): कपूरथला शहर सहित जिले की सड़कों में लाखों रुपए की लग्जरी गाडिय़ों में घूमने वाले कई सफेदपोश लोगों की गाडिय़ों में अफीम की खेप पड़ी रहती है। अफीम की डोज से अपनी दिनचर्या की शुरूआत करने वाले कई अमीरजादे इस नशे के इस कदर आदी हो चुके हैं कि वे अफीम के नशे की पूर्ति के लिए इसकी खेप खरीदने के उद्देश्य से मालवा सहित राजस्थान तक पहुंचकर लंबे दिनों के लिए अफीम खरीदते हैं। फिलहाल ऐसे सफेदपोश लोगों पर पुलिस की नजर न पडऩे के कारण यह कानूनी कार्रवाई से बच निकलते हैं।
गौरतलब है कि पंजाब पुलिस ने पूरे प्रदेश में एक बड़ा कोहड़ के रूप में परिवर्तित हो चुके नशे को खत्म करने के लिए एक बड़ी मुहिम चलाई हुई है, जिसकी तर्ज पर कपूरथला पुलिस ने विगत 1 महीने के दौरान कई बड़े ड्रग तस्करों को काबू कर जहां करोड़ों रुपए के नशीले पदार्थ बरामद किए हैं, वहीं इन सबके बावजूद अपने दिन की शुरूआत अफीम से करने वाले बड़ी संख्या में ऐसे अमीरजादे पुलिस की पकड़ से दूर चल रहे हैं। जो खुद को जहां सभ्य समाज का अंग तो बताते हैं लेकिन वे अफीम जैसे खतरनाक नशे के इस कदर आदी हो चुके हैं कि उनके लिए अपनी लग्जरी गाडिय़ों में कुछ ग्राम अफीम रखना एक मजबूरी बन गया है। बताया जाता है कि कपूरथला शहर सहित पूरे जिले में ऐसे सफेदपोश अमीरजादे मौजूद हैं, जिनके लिए अफीम का सेवन करना शारीरिक तौर पर एक बड़ी मजबूरी बन चुका है। इसलिए ऐसे सफेदपोश अक्सर अपनी लग्जरी गाडिय़ों में अफीम लेने के लिए मालवा क्षेत्र के कई जिलों तथा राजस्थान जाते रहते हैं। जहां ये हजारों रुपए की रकम खर्च कर 2-3 महीनों के लिए इकट्ठी कई ग्राम के हिसाब से अफीम की खेप अपने साथ ले आते हैं।
जिले में ऐसे कई अमीरजादे अफीम खाने के आदी बन चुके हैं, जिनके संबंध में आम आदमी को कुछ भी पता नहीं चलता तथा पैसे के बल पर ऐसे सफेदपोश कानून की नजर में शरीफ शहरी बनकर अपनी लाखों रुपए मूल्य की आलीशान कारों में घूमते हैं। यदि ऐसे सुर्खियों में आए सफेदपोश लोगों की लग्जरी गाडिय़ों की तलाशी हो जाए तो निश्चत तौर पर उस समय अफीम की खेप बरामद हो सकती है, जिससे कहीं न कहीं ऐसे अमीरजादों को अफीम की खेप सप्लाई करने वाले बड़े ड्रग तस्करों का भी खुलासा हो सकता है लेकिन ज्यादातर मामलों में खुद को सभ्य समाज का अंग समझने वाले ऐसे लोग पुलिस की नजरों से बच निकलते हैं। जिले में ऐसे कई एन.आर.आई. भी शामिल हैं, जो विदेशों से आने पर ड्रग पैडलरों की मदद से अफीम की इकट्ठी खेप ले लेते हैं।