Edited By swetha,Updated: 18 Sep, 2019 10:09 AM
फ्लाईओवर के नीचे हुए कब्जों को हटाने के लिए एस.एच.ओज. की ड्यूटी
जालंधर: पिछले 6 महीनों से बंद पी.ए.पी. फ्लाईओवर की अमृतसर की तरफ उतरने वाली लेन का निरीक्षण करने के लिए डी.सी.पी. ट्रैफिक नरेश डोगरा ए.डी.सी.पी. व ए.सी.पी. ट्रैफिक के साथ मौके पर पहुंच गए। फ्लाईओवर की दोनों साइड का निरीक्षण करने के बाद डी.सी.पी. ट्रैफिक नरेश डोगरा ने कहा कि फ्लाईओवर की बनावट में ही खराबी है। अगर लेन को ऐसे हालात में खोला तो लोगों की जान जोखिम में डालने वाली बात होगी। ए.डी.सी.पी. ट्रैफिक गगनेश कुमार ने भी बनावट पर आपत्ति जताई है।
डी.सी.पी. डोगरा ने कहा कि फ्लाईओवर ऊपर से काफी चौड़ा है लेकिन जैसे ही ट्रैफिक पी.ए.पी. आर.ओ.बी. की तरफ उतरता है तो आर.ओ.बी. की कम चौड़ाई होने और सॢवस लेन से आने वाला ट्रैफिक आपस में मिलेंगे जिससे एक्सीडैंट होंगे। उन्होंने कहा कि लेन खोलने का मतलब सड़क दुर्घटनाओं को निमंत्रण देना है। काफी देरी से तैयार हुए फ्लाईओवर और अब बनावट पर आपत्ति होने के चलते नैशनल हाईवे अथॉरिटी पर गाज गिर सकती है।
वहीं ए.डी.सी.पी. ट्रैफिक गगनेश कुमार ने कहा कि फ्लाईओवर की ढलान अगर आर.ओ.बी. से कुछ दूरी पर होती तो फ्लाईओवर की लेन बंद करने का सवाल ही न उठता। उन्होंने कहा कि सॢवस लेन भी तब तक बंद नहीं की जा सकती है, जब तक रामामंडी फ्लाईओवर बन कर तैयार नहीं हो जाता। हालांकि ‘पंजाब केसरी’ ने मंगलवार के अंक में ही बता दिया था कि सॢवस लेन को रामामंडी फ्लाईओवर तैयार होने के बाद ही खोला जाएगा।
फ्लाईओवर के नीचे हुए कब्जों को हटाने के लिए एस.एच.ओज. की ड्यूटी
डी.सी.पी. ट्रैफिक नरेश डोगरा ने बताया कि फ्लाईओवर के आसपास के झुग्गी वालों ने अवैध कब्जे करके झोंपडिय़ां बना ली हैं और खाना बनाना भी शुरू कर दिया। देर रात अगर कोई भी हादसा हुआ और वाहन झोंपडिय़ों की तरफ आ गया तो जानी नुक्सान होने का डर है जिसके कारण झोंपडिय़ों को हटाने का निर्णय लिया गया है। झोंपडिय़ों को हटाने के लिए संबंधित थानों के एस.एच.ओज. की ड्यूटी लगा दी गई है।
पैचवर्क का काम तेजी से शुरू
ए.डी.सी.पी. ट्रैफिक गगनेश कुमार ने बताया कि हाईवे पर लगने वाले जाम का कारण बनने वाले गड्ढों को भरने का काम तेजी से किया जा रहा है। काफी हद तक पैचवर्क का काम पूर्ण हो चुका है। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में सारे गड्ढे भर दिए जाएंगे ताकि जाम की स्थिति पैदा न हो।