Edited By Vatika,Updated: 16 May, 2020 06:22 PM
लुधियाना के सी.एम.सी. अस्पताल में मौत से जूझ रहे पति सके ऊपर कथित तौर पर रात को सोते हुए 12 बजे उसकी पत्नी ने ही ज्वलनशील पदार्थ डलकर
फिल्लौर (भाखड़ी): लुधियाना के सी.एम.सी. अस्पताल में मौत से जूझ रहे पति सके ऊपर कथित तौर पर रात को सोते हुए 12 बजे उसकी पत्नी ने ही ज्वलनशील पदार्थ डलकर आग लगा दी। डाक्टरों के मुताबिक पीड़ित की हालत नाजुक है जो 70 प्रतिशत का झुलस चुका है। झुलसे युवक गुरप्रीत (28) के पिता त्रिलोचन सिंह ने बताया कि वह रेलवे के इंजीनियरिंग विभाग से रिटायर हुआ है। उसके 2 बेटे हैं और बड़ा बेटा गुरप्रीत रेलवे विभाग में ही सरकारी नौकरी पर तैनात है। उसको एक वर्ष पहले फेसबुक के माध्यम से खन्ना शहर की लड़की से जान-पहचान हो गई और 7 महीने पहले उन्होंने अपने लड़के की शादी धूमधाम से उसी लड़की के साथ करवा दी।
शादी के बाद गुरप्रीत की पत्नी उस पर अक्सर हर सप्ताह अपने मायके घर जाने के लिए दबाव डालती। गुरप्रीत अगर उसे मना करता कि उसकी सरकारी नौकरी है और वह इतनी बार विभाग से छुट्टी नहीं ले सकता तो वह उसके साथ झगड़ा करती। शादी के 3 महीने बाद गुरप्रीत को पता चला कि उसकी पत्नी शराब का भी सेवन करती है, जबकि उनके घर में कोई भी शराब को हाथ तक नहीं लगाता। अपनी बदनामी को देखते हुए किसी तरह उन्होंने इस बात को भी बर्दाश्त कर लिया। फिर एक दिन घर से गुरप्रीत की मां के सोने के गहने चोरी हो गए। जब इस संबंध में गुरप्रीत ने अपनी पत्नी से पूछा तो उसने हंगामा खड़ा कर दिया और फोन कर अपनी मां और अन्य रिश्तेदारों को भी घर बुला लिया जिन्होंने उलटा उनके व बेटे गुरप्रीत के साथ झगड़ा किया। घर का माहौल खराब न हो इस लिए उन्होंने चोरी की घटना को भी वहीं पारिवारिक तौर पर बैठकर रफा दफा कर दिया। त्रिलोचन सिंह ने बताया कि अब कोरोना वायरस बीमारी के चलते सरकार ने पूरे देश में लॉकडऊन किया हुआ है और बिना वजह घर से निकलने पर भी मनाही है लेकिन गुरप्रीत की पत्नी रोजाना उस पर दबाव डाल रही थी कि वह उसके साथ उसकी मां के घर चले। इसी बात को लेकर गत रात्रि भी उसने गुरप्रीत के साथ झगड़ा किया।रात्रि 10 बजे गुरप्रीत ने उनसे कहा कि वह सोने जा रहा है। रात्रि 12 बजे जब पूरा परिवार सो रहा था तो गुरप्रीत के चिल्लाने की आवाज सुनाई दी।
जैसे ही वह और उसका परिवार कमरे से बाहर निकले तो गुरप्रीत आग की लपटों में घिरा हुआ सीढ़ियों से नीचे आ रहा था। उन्होंने किसा तरह आग बुझाई। उसे लेकर वे पहले सिविल हस्पताल में गए जहां डाक्टरों ने उसकी नाजुक हालत देखते हुए उसे सी.एम.सी. अस्पताल रैफर कर दिया। गुरप्रीत ने अस्पताल में बयान लेने गई पुलिस अधिकारी को बताया कि उन्होंने गढ़ा रोड़ स्थित कलोनी में कुछ समय पहले ही नया घर बनाया था। जहां रंग-रोगन करने के लिए उन्होंने स्त्रि मंगवाई थी जो बच गई थी। उन्होंने कैनी में डाल कर घर में रखी हुई थी। झगड़े के बाद जब वह रात को सो रहा था तब उसकी पत्नी ने उसके उपर स्प्रिट डालकर उसे आग लगा दी। गुरप्रीत के पिता ने बताया कि स्थानीय पुलिस उनकी शिकायत मिलने के बाद पहले तो कोई कार्रवाई नहीं की और उलटा गुरप्रीत की पत्नी को पकड़ने की जगह महिला पुलिस भेज कर उसे उनके घर से बाहर निकाल उसकी मां के साथ उनके घर भेज दिया। इस संबंध में जब थाना प्रभारी फिल्लौर मुख्यार सिंह से बात की तो उन्होंने बताया कि उन्हें शिकायत मिल चुकी है और पुलिस अधिकारी अस्पताल में दाखिल गुरप्रीत काव्यान लेने गए हैं।जो कोई भी उसके बयानों में दोषी पाया गया उसके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उसकी पत्नी को कहीं नहीं भगाया बल्कि लड़की की मां ने पुलिस थाने में आकर मदद की अपील की थी कि उसकी बेटी को घटना के बाद से गुरप्रीत के परिवार के लोगों ने कमरे में बंद किया हुआ है जिसके बाद पुलिस पार्टी ने उसे लिखित जिम्मेदारी के बाद घर भेजा है।