Edited By Kalash,Updated: 07 Sep, 2025 11:20 AM

हैरानी की बात यह है कि जहां दरिया में बहते पानी को देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ रही है, वहीं लोग अपने बच्चों और परिवारों के साथ जान जोखिम में डालकर सैल्फी लेते भी देखे जा सकते हैं।
तरनतारन (रमन): ब्यास दरिया का जलस्तर पिछले तीन दिनों में धीरे-धीरे कम होता दिख रहा है, जो क्षेत्रवासियों के लिए राहत भरी खबर बताई जा रही है, लेकिन हैरानी की बात यह है कि जहां दरिया में बहते पानी को देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ रही है, वहीं लोग अपने बच्चों और परिवारों के साथ जान जोखिम में डालकर सैल्फी लेते भी देखे जा सकते हैं। इस संबंध में अगर पुलिस प्रशासन ने इन लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं की तो किसी बड़े हादसे का सामना करना पड़ सकता है। पहाड़ी इलाकों और राज्य भर में बारिश थमने के दौरान ब्यास दरिया का जलस्तर लगातार कम हो रहा है, जिससे क्षेत्रवासियों ने राहत महसूस की है, वहीं संबंधित विभाग और जिला प्रशासन भी इसे अच्छी खबर बता रहे हैं।
जानकारी के अनुसार 4 सितम्बर को हरिके पतन हैड वर्क्स पर ब्यास, पौंग डैम और सतलुज दरिया से कुल 3 लाख 24 हजार 499 क्यूसेक पानी अपस्ट्रीम में पहुंचा था, जिसमें से 3 लाख 7 हजार 628 क्यूसेक पानी हुसैनीवाला में डाउनस्ट्रीम के लिए छोड़ा गया था। इस बढ़े हुए जलस्तर को देखते हुए विभाग ने हाई फ्लड घोषित कर दिया था। इसके बाद 5 सितम्बर को हरिके हैड वर्क्स पर अपस्ट्रीम में कुल 2 लाख 99 हजार 212 क्यूसेक पानी पहुंचा था, जिसमें से 2 लाख 82 हजार 341 क्यूसेक पानी डाउनस्ट्रीम में हुसैनीवाला के लिए छोड़ा गया था।
इसी तरह शनिवार 6 सितंबर की दोपहर को अपस्ट्रीम में कुल 2 लाख 77 हजार 864 क्यूसेक पानी पहुंचा था, जिसमें से 2 लाख 60 हजार 993 क्यूसेक पानी डाऊनस्ट्रीम में हुसैनीवाला के लिए छोड़ा गया, जो सभी के लिए राहत भरी खबर कही जा रही है। हालांकि मौसम विभाग द्वारा किया गया पूर्वानुमान आने वाले दिनों में फिर से बारिश होने का संकेत दे रहा है, जिससे लोगों में फिर से दहशत का माहौल है।
जिले में हरिके पतन अधीन पड़ते दर्जनों गांवों में जलस्तर कम होने से लोग काफी राहत महसूस कर रहे हैं। पुलिस प्रशासन हरिके पतन हैड वर्क्स पर तरनतारन और फिरोजपुर को जोड़ने वाले पुराने पुल पर कोई भी वाहन पार्क न करने की अपील कर रहा है, साथ ही लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की चेतावनी भी दे रहा है, लेकिन हैरानी की बात यह है कि लोग इस पुल पर रोजाना सुबह, दोपहर और शाम को अपनी कारें और वाहन पार्क करके पुलिस स्टेशन के किनारे अपने परिवार के साथ खड़े होकर सैल्फी लेते देखे जा सकते हैं, वहीं काफी देर तक खड़े रह कर यातायात को भी बाधित कर रहे हैं।

पुलिस प्रशासन ने इस संबंध में पुल के किनारे होर्डिंग भी लगा दी है और घोषणा भी की जा रही है कि पुल पर खड़े वाहन का चालान भी किया जा सकता है, लेकिन लोग पुलिस की इस अपील को मजाक समझ रहे हैं। हैरानी की बात यह है कि इस पुल के नीचे से गुजरते तेज बहते पानी के साथ सैल्फी लेते समय कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है और इस दौरान किसी की जान भी जा सकती है। बरसात के मौसम में नहरों व नदियों के किनारे सेल्फी लेते समय लोगों का दुर्घटनाग्रस्त होना आम बात है, लेकिन लोग इससे डरते नहीं हैं। प्रशासन को इस संबंध में सख्त कदम उठाते हुए ऐसे लोगों पर समय रहते कार्रवाई करनी चाहिए, अन्यथा उन्हें किसी बड़े हादसे का खामियाजा भुगतना पड़ सकता है।
इस संबंध में जिले के डिप्टी कमिश्नर राहुल ने बताया कि जलस्तर में लगातार आ रही कमी सभी के लिए राहत भरी खबर है। डिप्टी कमिश्नर ने ईश्वर से प्रार्थना करते हुए कहा कि आने वाले समय में बारिश न होने के कारण पानी लगातार कम होता रहेगा। पुलिस को इस दौरान पुल पर खड़े लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के आदेश जारी कर दिए गए हैं।
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