PM मोदी के पक्ष में वोट कर अपने प्रदेश के विकास की राह को प्रशस्त करे पंजाबी: विजय रुपाणी

Edited By Vatika,Updated: 30 May, 2024 01:16 PM

vijay rupani interview

ई.डी., सी.बी.आई. की बात इसलिए विपक्ष कह रहा है कि यह एक जु क्योंकि खुद कांग्रेसियों के घर से निकल रहे करोड़ों रुपए

जालंधर(अनिल पाहवा): गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री व पंजाब भाजपा प्रभारी विजय रुपाणी ने पंजाब के लोगों से अपील की है कि वे अपने मताधिकार का उचित प्रयोग करें तथा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पक्ष में भाजपा को वोट दें। उन्होंने कहा कि केंद्र में भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार बनने वाली है और अगर किसी और पार्टी के उम्मीदवार को वोट देते हैं तो वोट बेकार हो जाएगा। उन्होंने कहा कि पंजाब से जितने अधिक से अधिक भाजपा के सांसद बनकर केंद्र में जाएंगे, उतना ही पंजाब का विकास तेजी से होगा। इसके अलावा उन्होंने केंद्र तथा पंजाब के कई मुद्दों पर चर्चा की। प्रस्तुत है उनसे बातचीत के प्रमुख अंश  :-

प्र. 400 पार का आंकड़ा कितना संभव होता दिख रहा है
उ. मुझे लगता है कि इस बार पूरे देश में जनता ने तय कर लिया है कि फिर से मोदी जी को प्रधानमंत्री बनाना है,  क्योंकि पिछले 10 सालों में भाजपा की जो परफार्मैंस रही है और जो वायदे भाजपा ने दिए थे और जो मोदी जी ने गारंटियां दी थी, उनसे लोग काफी प्रभावित हुए हैं। पूरे देश में लोग भाजपा को बढ़-चढ़ कर वोट दे रहे हैं। इसलिए एन.डी.ए. का 400 पार संभव है।

प्र. विपक्ष कह रहा है कि यह एक जुमला है
उ. मुझे लगता है कि विपक्षी गठबंधन इसका कोई महत्व नहीं है। सब लोग अपने स्वार्थ के आधार पर गठबंधन किया है, सिर्फ अपना आप बचाने व अपने अस्तित्व को बचाने के लिए इन लोगों ने गठबंधन किया है। देखा जाए तो यह एक अननैचुरल अलायंस है। लेकिन देश की जनता बड़ी चकौर है और मुझे नहीं लगता कि देश की जनता इन्हें स्वीकारेगी। वैसे भी न तो इनके पास लीडरशिप है। इनके पास एक भी नेता मोदी जी की बराबरी का नहीं है और किसको वे प्रधानमंत्री बनाएंगे, यह भी तय नहीं कर सकते। चुनाव के बाद ये फिर से बिखरने वाले हैं। सिर्फ चुनाव तक ही यह अपने स्वार्थ के आधार पर राजनीति कर रहे हैं।

प्र. विपक्ष कह रहा है कि वे बाद में पी.एम. चुनेंगे, और भाजपा ने पहले ही प्रधानमंत्री चुनकर लड़ाई शुरू कर दी, आप क्या कहेंगे
उ. देखिए, देश की जनता को पता चलना चाहिए कि हमारा प्रधानमंत्री कौन है और हमारा नेता कौन है, कौन देश को चलाएगा, दुनिया में देश को कौन प्रस्तुत करेगा, इन सभी बातों का लोगों को पता होना चाहिए। इसलिए हमने तो कह दिया है कि मोदी जी ही प्रधानमंत्री रहेंगे और मोदी जी के नेतृत्व में ही सरकार चलेगी।

प्र. सोशल मीडिया पर चर्चा है कि 400 पार का आंकड़ा नहीं छूते हैं तो क्या पी.एम. फेस बदल सकता है
उ. नहीं, ऐसा बिल्कुल नहीं है। मोदी जी ही पी.एम. रहेंगे और मोदी जी ही देश का नेतृत्व करेंगे।

प्र. देश में महंगाई और बेरोजगारी बड़ा मुद्दा है, लेकिन चुनावों में नजर नहीं आ रहा
उ. यह इसलिए कम नजर आ रहा है क्योंकि पिछले दस सालों में देश सही दिशा में आगे बढ़ा है। हमने आर्थिक स्तर पर काफी तरक्की की है। 25 करोड़ से ज्यादा लोगों को गरीबी रेखा से पार किया है। हमारा जी.डी.पी. भी अच्छा रहा है, महंगाई पर भी कंट्रोल है। जहां रोजगार का सवाल है, तो आज भी देश में कैपिटल मार्कीट उच्चतम स्तर पर है और हमारी मार्कीट को पूरी दुनिया में स्थान मिल रहा है। सभी कंपनियां आगे बढ़ रही हैं और युवाओं को रोजगार मिल रहे हैं।

प्र. भाजपा पर पर ई.डी. व सी.बी.आई. के दुरुपयोग के आरोप लग रहे हैं, आप क्या कहेंगे
उ. हमने काले धन व भ्रष्टाचार पर शिकंजा कसा है। भ्रष्टाचार देश को बर्बाद कर रहा है।  भ्रष्टाचार को हटाना है, इसके लिए मोदी जी कड़े कदम उठा रहे हैं। बड़े दुख की बात है कि पुरानी सरकारें चाहे वे राज्य सरकारें हों या केंद्र सरकारें, इन सरकारों में जिन लोगों ने बड़े-बड़े घोटाले किए हैं, उन पर ही ई.डी. व सी.बी.आई. कार्रवाई कर रही है। कभी किसी कांग्रेसी सांसद के घर से 300 करोड़ रुपए मिले हैं, किसी के घर से 200 करोड़ रुपए मिले हैं, कभी किसी नेता के पी.ए. से करोड़ों मिले हैं।  अतः जिन लोगों ने देश को लूटा है, उन पर ही ई.डी. व सी.बी.आई. ने शिकंजा कसा है।

विपक्ष कह रहा है कि अन्य दलों को तोड़ने के लिए भाजपा इन एजैंसियों का गलत इस्तेमाल कर रही है, आप क्या कहेंगे
ये भ्रामक अफवाहे हैं। ये सिर्फ लोगों को गुमराह कर रहे हैं। केजरीवाल से लेकर मनीष सिसौदिया जैसे लोगों को हमने भ्रष्टाचार के मामले में जेल में डाला है और हमने इसका कारण भी बताया है और देखिए, हाईकोर्ट व सुप्रीमकोर्ट ने आज तक इन लोगों को जमानत नहीं दी। बेशक केजरीवाल कुछ दिन के लिए बाहर हैं, लेकिन 1 जून के बाद केजरीवाल को फिर से वापस जेल जाना है। काफी सारे लोग विपक्ष में आधे जेल में हैं और आधे जमानत पर हैं।

केजरीवाल जब जेल से बाहर आए तो उन्होंने दावा किया कि यह आम लोगों की जीत है, आप क्या कहेंगे
केजरीवाल ने जो याचिका कोर्ट में डाली थी, उसमें सिर्फ यह तर्क दिया गया था कि मैं पार्टी का हैड हूं और मुझे चुनाव प्रचार करना है, इसलिए मेरी याचिका मंजूर की जाए। जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने उसकी याचिका को स्वीकार किया, लेकिन साथ ही 1 जून के बाद वापस आने के भी निर्देश दिए हैं। तो इस तरह से केजरीवाल को सिर्फ चुनाव के लिए बेल मिली है। केजरीवाल ने तो ई.डी. की गिरफ्तारी को लेकर भी हाईकोर्ट में याचिका डाली थी कि मेरी गिरफ्तारी गैर कानूनी है, लेकिन हाईकोर्ट ने उसे नामंजूर कर दिया है और कोर्ट ने शराब घोटाले में उन्हें दोषी पाया है।

प्र. पंजाब में किसानों की नाराजगी आप क्यों नहीं दूर कर पा रहे
उ. मैंने पंजाब का काफी दौरा किया है। मैं पंजाब के गांवों में भी गया हूं और वहां पर कार्यक्रम भी कर रहे हैं और लोगों को भाजपा ज्वाइन भी करवा रहे हैं, लेकिन मुझे कहीं भी विरोध देखने को नहीं मिला। जो लोग हमारा विरोध कर रहे हैं, ये आम किसान नहीं हैं, ये सभी राजनीतिक पार्टियों से जुड़े हुए लोग हैं। हां, कुछ स्थानों पर जहां हमारा विरोध हो रहा है, वहां पर भी हमारा प्रचार जोरों पर है। पटियाला में भी किसानों ने धमकी दी थी कि प्रधानमंत्री की रैली नहीं होने देंगे, लेकिन रैली काफी सफल रही। आज भी हमारे प्रत्याशी गांव-गांव घूम रहे हैं और लोगों से मिल रहे हैं। किसानों का भी हमें काफी समर्थन मिल रहा है। और मुझे विश्वास है कि पंजाब के किसान सही बात समझते हैं और इस बार भाजपा को ही वोट देंगे।

प्र. हंसराज हंस, परनीत कौर, रवनीत बिट्टू का किसानों द्वारा लगातार विरोध हो रहा है, आप क्या कहेंगे
उ. हमने काफी सारे किसानों के वायदे पूरे किए हैं, बाकी जो कुछ मांगे किसानों की बचती है, उस पर बातचीत जारी है। पिछले महीने भी तीन बार हमारे केंद्रीय नेतृत्व के नेता चंडीगढ़ में खुद किसानों से मिलने आए थे और उनसे बातचीत की। और अभी भी हमारा द्वार खुला है और हम बातचीत करने के लिए हैं। लेकिन इस सबके बीच सवाल यह है कि ये सब राजनीतिक शह में हो रहा है, जो किसानों को नुक्सान पहुंचा रहा है। जहां तक एम.एस.पी. की बात है, हम पंजाब में एक एक दान एम.एस.पी. पर केंद्र सरकार खरीद कर रही है। मैं किसान नेताओं से पूछना चाहता हूं कि आप लोगों ने सिर्फ भाजपा को ही निशाना बनाया है, आम आदमी पार्टी व कांग्रेस के खिलाफ आपने मोर्चा क्यों नहीं खोला। हमारी गुजरात, मध्य प्रदेश व हरियाणा की सरकारें किसानों को एम.एस.पी. पर भी बोनस दे रही है लेकिन पंजाब सरकार किसी तरह का कोई बोनस नहीं दे रही, तो फिर किसान पंजाब सरकार को क्यों नहीं घेरते। इस बार पंजाब में भारी बारिश हुई थी, लेकिन पंजाब सरकार ने किसानों को एक रुपया भी मुआवजा नहीं दिया, किसान इसका मुद्दा क्यों नहीं उठाते। सिर्फ एक और एक भाजपा को ही टार्गेट करना किसानों का मकसद है, जिससे साफ जाहिर है कि यह राजनीतिक शह में हो रहा है।

प्र. भाजपा की किसानों के लिए क्या प्लानिंग है
उ. केंद्र सरकार किसानों के लिए पाजीटिव है और हमारी सरकार किसानों के लिए काम कर रही है। प्रधानमंत्री मोदी जी ने किसानों के लिए कई योजनाएं बनाई हैं। पहली बार देश में सभी किसानों को नियमित तौर पर किसान सम्मान निधि का 6000 रुपए डायरैक्ट उनके खातों में जा रहा है, इससे पहले किसी सरकार ने ऐसा नहीं किया। किसानों के लिए बजट में भी इस बार पैसा दुगुना किया गया है और आने वाले दिनों में किसानों को हमारी सरकार प्रमुखता देगी।

प्र. इस बार मतदान कम हो रहा है, आप क्या कहेंगे
उ. इस बार के चुनावों में जो मतदान प्रतिशतता में कमी आ रही है, इसका कारण विपक्ष है, क्योंकि विपक्ष का जो वोटर था, वह उनसे नाराज है, जिस कारण वे मतदान करने नहीं जा रहे। और दूसरी तरफ हमारा वोटर पूरा मतदान कर रहा है।

प्र. मौसम का चुनावों पर क्या असर है
उ. मौसम का चुनावों पर ज्यादा असर नहीं है, क्योंकि जो प्रतिशतता का गैप है, वह सिर्फ 3-4 प्रतिशत ही है, अगर मौसम का असर होता तो गैप बहुत ज्यादा हो जाता। पंजाब में भी मौसम का कोई असर दिखने वाला नहीं है और राज्य में मतदान 60 प्रतिशत के करीब रह सकता है।

प्र. भाजपा में ज्यादातर कैंडीडेट इंपोर्टिड है, क्या कहेंगे आप
उ. आज हम पहली बार 13 की 13 सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं, इससे पहले हम 3 सीटों पर चुनाव लड़ते रहे हैं और अकाली दल 10 सीटों पर। अकाली दल सरकार में हमारी पार्टी का विस्तार ही नहीं हो सका, जिस कारण हमारा संगठन काफी कमजोर था। लेकिन जब हमने 2022 में फैसला किया कि हम अकेले लड़ेंगे, तबसे हमारे सभी कार्यकर्ताओं को बल मिला है। जहां तक इंपोर्ट का सवाल है, तो कांग्रेस, अकाली दल व 'आप' में बहुत से नेता त्रस्त थे, जिस कारण उन्होंने भारतीय जनता पार्टी ज्वाइन की है। हमने सिर्फ इस बार 2 कांग्रेस के एम.पी. व एक आम आदमी पार्टी के एम.पी. को टिकट दिया है, बाकी सभी हमारे अपनी पार्टी के उम्मीदवार है।

प्र. इंपोर्टिड नेताओं के आने से पुराने वर्करों में निराशा नहीं बढ़ रही
उ. ऐसा नहीं है, हमारा पूरा कैडर हमारे साथ है। हमने सिर्फ 3 लोगों को छोड़कर बाकी सभी 10 सीटों पर अपने पुराने वर्करों को टिकट दी है। गुरदासपुर में हमने पुराने वर्कर प्रभु जी को टिकट दी है, इसी तरह सुभाष शर्मा को आनंदपुर साहिब से टिकट दी है। हमने 3 सीटों को छोड़कर बाकी सभी सीटों पर भाजपा के पुराने वर्करों को ही प्राथमिकता दी है।

प्र. क्या कल को ये इंपोर्टिड नेता भाजपा छोड़ सकते हैं
उ. ऐसा बिल्कुल नहीं होगा, क्योंकि कांग्रेस एक डूबती नैय्या है। कांग्रेस के पास कुछ नहीं है, न तो इनके पास नेता हैं और न ही नीयत। यहां ही नहीं, पूरे देश में बहुत सारे लोगों ने कांग्रेस छोड़ दी है। गुजरात में तो हम पहले से ही काफी मजबूत स्थिति में है, लेकिन फिर भी काफी सारे कांग्रेसी नेताओं ने भाजपा ज्वाइन की है। इसी तरह यहां भी अकाली दल के भी बहुत सारे नेता भाजपा में शामिल हुए हैं और मेरा मानना है कि इस चुनाव में सबसे ज्यादा नुक्सान अकाली दल को होने वाला है और आने वाले दिनों में चुनावों के बाद अकाली दल खत्म हो जाएगा। इसी तरह आम आदमी पार्टी के भी बहुत सारे नेता भाजपा व अन्य दलों में चले गए हैं। दरअल आम आदमी पार्टी के पास कोई बेस नहीं था, लेकिन पंजाब की जनता अकाली व कांग्रेस की सरकार से उब गए थे, जिस कारण लोगों ने बदलाव लाया और उन्हें बहुमत के साथ सरकार में बिठा दिया, लेकिन पिछले 2 साल में उन्होंने कोई वायदा पूरा नहीं किया और ऊपर से झूठे आरोप केंद्र सरकार पर मढ़ दिए कि केंद्र सरकार यह नहीं कर रही, वो नहीं कर रही। इन्होंने अपना दोष दूसरों पर मढ़ने की कोशिश की है। मैं आम आदमी पार्टी से पूछना चाहता हूं कि क्यों महिला को 1000 रुपया नहीं दिया गया और किसानों के साथ किये गए वायदे पूरे नहीं किए गए, मोहल्ला क्लीनिक भी जितने बताए गए थे, उतने नहीं खोले गए। इस तरह से चुनावी नतीजों के बाद इन तीनों पार्टियों का कोई भविष्य मुझे नजर नहीं आ रहा।

प्र. अमित शाह का कहना है कि चुनावों के बाद पंजाब में 'आप' खत्म हो जाएगी, इस पर क्या कहेंगे
मैंने पहले ही कहा कि चुनावों के बाद इन तीनों पार्टियों को नुक्सान होने वाला है और तीनों पार्टियां खत्म होने वाली हैं। हमारे गृह मंत्री ने बिल्कुल सही कहा है कि चुनाव के बाद यह सरकार नहीं चलेगी। इस सरकार कोई नहीं गिराएगा, बल्कि यह अपने भार से ही गिरने वाली है।

प्र. भाजपा तो पंजाब में 2027 में सरकार बनाने की प्लानिंग कर रही है, क्या यह संभव है
उ. देखिए, इस बार हम 13 की 13 सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं और सभी सीटों पर हमारा अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। हमारा वोट शेयर बढ़ेगा, इसमें कोई संदेह नहीं है। पंजाब में इस बार सबसे ज्यादा सीट भाजपा की होंगी और भाजपा एक बड़ी पार्टी बनकर उभरेगी। देश में मोदी जी की हवा है, राम मंदिर की बड़ी चर्चा है तो मैं निश्चित तौर पर कह सकता हूं कि इस बार मिलने जा रहे भरपूर समर्थन के बाद हम 2027 में राज्य में भाजपा की सरकार भी बनाएंगे,  क्योंकि लोगों ने राज्य में कांग्रेस, अकाली दल व आम आदमी पार्टी की सरकारें देख ली। अब जनता भाजपा को एक मौका जरूर देना चाहेगी। लोगों को इस बात का पता है कि अगर पंजाब में भाजपा को एक सीट भी नहीं मिलती है तो भी मोदी जी का प्रधानमंत्री बनना निश्चित है, तो फिर वे क्यों अपना वोट खराब करें। उनको पता है कि अगर यहां से भाजपा के प्रत्याशी चुनकर संसद में जाएंगे तो  पंजाब और मजबूत बनेगा। पंजाब के लोग अब समझदार हो चुके हैं क्योंकि पिछले सालों दौरान पंजाब की जो बर्बादी हुई है, वो सब जानते हैं, इसलिए उनके पास अब भाजपा के सिवाय कोई विकल्प नहीं है।

प्र. पंजाब में भाजपा के पास कोई स्ट्रांग नेता नहीं है, आप क्या कहेंगे
उ. हमारे पास काफी सारे नेता हैं। सुनील जाखड़ को हमने प्रधान की जिम्मेदारी सौंपी है। और उनके अलावा हमारे पास कई सारे मजबूत नेता हैं, जिनमें सिख व हिंदू के साथ-साथ किसान नेता भी शामिल हैं।

प्र. अकेले चुनाव लड़ने में क्या मुश्किलें आ रही हैं

उ. पंजाब के लोग बहुत खुश हैं कि हम अकेले लड़ रहे हैं क्योंकि लोगों का भरोसा मोदी जी पर है। लोगों ने तो अकाली दल को बिल्कुल ही नकार दिया है। पिछले विधानसभा चुनावों में तो लोकप्रिय नेता बादल जी भी हार गए थे। अकाली दल के कारण ही पंजाब के लोग नाराज थे और इन्हीं लोगों ने बदलाव का नारा देकर आम आदमी पार्टी को सत्ता सौंप दी, इससे साफ जाहिर होता है कि जनता को इस सरकार के प्रति कितना रोष था।

प्र. आपको लगता है कि अकाली दल से गठबंधन टूटने पर आपको नुक्सान होने वाला है

उ. हमें बिल्कुल नुक्सान नहीं होगा, इस चुनाव में अकाली दल को नुक्सान होने वाला है क्योंकि इस चुनाव में मोदी प्रमुख मुद्दा है। लोग मोदी के नाम पर वोट देने वाले हैं। सुखबीर बादल के साथ आज भी हमारी टयूनिंग सही है। लेकिन पालिटिकिल तौर पर हमने जो अलग चुनाव लड़ने का फैसला लिया है, इससे हमें लाभ होने वाला है।

प्र. चुनावों के बाद अकाली दल के साथ गठबंधन की संभावना है
 
उ. मैं नहीं मानता कि अकाली दल के साथ किसी तरह का कोई गठबंधन होगा, क्योंकि गठबंधन करना होता तो चुनावों से पहले हो जाता। मुद्दा तो यह है कि पंजाब में आम आदमी पार्टी व कांग्रेस का गठबंधन क्यों नहीं हो रहा जबकि पूरे देश में आम आदमी पार्टी व कांग्रेस के बीच गठबंधन है। इससे साफ जाहिर है कि पूरा गठबंधन ही स्वार्थ के आधार पर है और अभी से इनमें यह स्थिति है तो आने वाले दिनों में यह कैसे साथ बैठेंगे।

प्र. सी.एम. भगवंत मान के 13-0 के दावे को आप कैसे देखते हैं
उ. हम 13 की 13 सीटों पर आगे हैं। जिस तरीके से हम लोग आगे बढ़ रहे हैं, मुझे पूर्ण विश्वास है कि 13 की 13 सीटों पर हमें भरपूर समर्थन मिलने वाला है क्योंकि देश में सिर्फ दो ही मुद्दे हैं-मोदी और राम मंदिर।

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