Edited By Subhash Kapoor,Updated: 09 Jun, 2025 07:58 PM

करीब चार दिन पहले गुरदासपुर विधानसभा हलके के गांव बब्बेहाली में एक 20 वर्षीय युवक द्वारा नहर में कूदकर आत्महत्या कर लेने के बाद आज जब उक्त युवक का शव बरामद हुआ तो उसके परिजनों ने इस शव को अमृतसर-जम्मू नेशनल हाईवे पर बब्बरी बाईपास चौक में रखकर जोरदार...
गुरदासपुर (हरमन): करीब चार दिन पहले गुरदासपुर विधानसभा हलके के गांव बब्बेहाली में एक 20 वर्षीय युवक द्वारा नहर में कूदकर आत्महत्या कर लेने के बाद आज जब उक्त युवक का शव बरामद हुआ तो उसके परिजनों ने इस शव को अमृतसर-जम्मू नेशनल हाईवे पर बब्बरी बाईपास चौक में रखकर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान उक्त हाईवे पर घंटों तक यातायात ठप रहा, जिस दौरान मृतक के वारिसों ने यह आरोप लगाया कि कई दिन बीत जाने के बावजूद पुलिस द्वारा अभी तक उनके लड़के की मौत के जिम्मेदार व्यक्ति को गिरफ्तार नहीं किया गया, जिस कारण आज इंसाफ पाने के लिए उन्हें मजबूरीवश धरना लगाना पड़ रहा है।
मृतक के वारिसों ने बताया कि उनका पुत्र रणदीप सिंह होनहार युवक था, जिसने नहर में कूदने से पहले बकायदा एक वीडियो रिकॉर्ड कर आरोप लगाया था कि उनके ही गांव के एक व्यक्ति ने उसके साथ बुरी तरह गाली-गलौज किया और उसे बेहद जलील किया है, जिससे दुखी होकर वह मजबूरन आत्महत्या करने जा रहा है। उन्होंने कहा कि रणदीप सिंह ने कड़ी मेहनत करके अपना कारोबार चलाया था, जिसकी दुखदाई मौत के बाद आज उसका शव चौथे दिन बब्बेहाली वाली नहर में से बरामद हुआ है। उन्होंने कहा कि बेशक तिब्बड़ थाने की पुलिस ने उनके पुत्र को कथित तौर पर गाली-गलौज करने वाले व्यक्ति के खिलाफ पर्चा दर्ज कर लिया है, पर इसके बावजूद अभी तक उसकी गिरफ्तारी नहीं की गई। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि उक्त गिरफ्तारी को गुरदासपुर के एक राजनीतिक नेता और उसके परिवार द्वारा रुकवाया जा रहा है क्योंकि इस परिवार की नामजद व्यक्ति के साथ करीबी रिश्तेदारी है, जिस कारण आज उन्हें मजबूरन यहाँ धरना लगाना पड़ा है। उन्होंने कहा कि जब तक नामजद दोषी की गिरफ्तारी नहीं होती, तब तक वे इस नेशनल हाईवे को जाम रखेंगे और न ही रणदीप सिंह का अंतिम संस्कार करेंगे।
इस धरने के कारण अमृतसर-जम्मू नेशनल हाईवे पर यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ और दूर-दूर तक ट्रकों और अन्य भारी वाहनों की लंबी लाइनें लगी रहीं। इस दौरान पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने प्रदर्शनकारियों से बातचीत करके उन्हें मनाने की कोशिश की और साथ ही भरोसा दिलाया कि जल्द ही दोषी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। पर इसके बावजूद प्रदर्शनकारी धरना खत्म करने के लिए राजी नहीं हुए और उन्होंने आखिर तक यही मांग रखी कि सबसे पहले दोषी को ढूंढकर गिरफ्तार किया जाए, जिसके बाद ही वे यहां से उठेंगे। खबर लिखे जाने तक धरना जारी था।

