Edited By Tania pathak,Updated: 25 Oct, 2020 03:19 PM
विधायक ने कहा कि रावण अंहकार के कारण मरा था। उसी तरह केंद्र सरकार काअहंकार भी टूटेगा...
अमृतसर: पंजाब की सियासत से लगभग सवा साल के लंबे अंतराल से दूर रहे नवजोत सिंह सिद्धू फिर से फॉर्म में आते दिखाई दे रहे है। राज्य के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से बढ़ रही नजदीकियों के संकेत के कारण पंजाब में सियासत का समीकरण कुछ बदलता नजर आ रहा है। आज दशहरे त्यौहार के मौके पर कांग्रेस विधायक नवजोत सिंह सिद्धू ने जनता से रूबरू होते हुए केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए कृषि बिलों के खिलाफ जमकर अपनी भड़ास निकाली।
कांग्रेस नेता व पूर्व मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने आज विजयदशमी पर अपना जन्मदिन मनाया। इस मौके पर वह चमरंग रोड स्थित झुग्गियों में पहुंचे और जरूरतमंदों को कंबल बांटे। संबोधन करते हुए सिद्धू ने सबसे पहले जनता को दशहरे की बधाई दी और बाद में केंद्र सरकार पर निशाना साधा। विधायक ने कहा कि रावण अंहकार के कारण मरा था। उसी तरह केंद्र सरकार काअहंकार भी टूटेगा। किसानों के हक़ का बिगुल बजाते हुए सिद्धू ने कहा कि आज मै शंखनाद करता हूं हम सब एकसाथ होकर लड़ाई लड़ेंगे।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ये क़ानून किसानों का हक मारने के लिए लायी है। 'जो केंद्र सरकार जीएसटी का बकाया न अदा कर सकी वो बिजली और सब्सिडी कैसे देगी ?' उन्होंने चेतावनी दी कि अगर ऐसा ही रहा तोह पहले महंगाई आयी थी अब भूखमरी आएगी। कृषि कानूनों खिलाफ बोलते हुए सिद्धू ने कहा कि इससे जमाखोरी को बढ़ावा मिलेगा। इन काले कानूनों के जरिए पूंजीपतियों को फायदा देने के लिए किसानों को मारा जा रहा है। अपने इस भाषण में नवजोत सिंह सिद्धू पंजाब के महत्वपूर्ण मुद्दे एसवाईएल पर भी अपने विचार रखते हुए दिखाई दिए।
गौरतलब है कि पिछले लंबे समय से राजनितिक गलियों से दूर रहे सिद्धू किसानों के धरने में फिर से एक्टिव हो गए है। इससे पहले वे बीते सप्ताह पंजाब विधानसभा के विशेष सत्र के दौरान सदन में दिखाई दिए। पिछले साल 10 जून को कैबिनेट मंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद से नवजोत सिद्धू अब तक न तो राजनीतिक गतिविधि और न ही विधानसभा सत्रों में ही शामिल हुए।