Edited By Urmila,Updated: 07 Dec, 2025 12:39 PM
एक्साइज एंड टैक्सेशन विभाग के मोबाइल विंग (एम.वी) ने टैक्स चोरी पर कड़ी कार्रवाई करते हुए विभिन्न प्रकार के माल से लदे 5 वाहन रोक लिए।
अमृतसर (इन्द्रजीत) : एक्साइज एंड टैक्सेशन विभाग के मोबाइल विंग (एम.वी) ने टैक्स चोरी पर कड़ी कार्रवाई करते हुए विभिन्न प्रकार के माल से लदे 5 वाहन रोक लिए। विभागीय जांच में सभी पर टैक्स चोरी का मामला निकला। यह कार्रवाई अमृतसर रेंज के सहायक कमिश्नर मोबाइल विंग अमृतसर बॉर्डर रेंज महेश गुप्ता के निर्देश पर की गई है। इसी प्रकार पकड़े गए वाहनों पर कुल 10.49 लाख रुपए जुर्माना हुआ है।
जानकारी के मुताबिक मोबाइल विंग अमृतसर को सूचना मिली कि एक ट्रक जिसमें बैटरी की स्क्रैप लगी हुई है। इस मैटीरियल को पंजाब की तरफ भेजा जा रहा है और इसमें लगे हुए माल पर भारी भरकम टैक्स चोरी की जा रही है। सूचना पर कार्रवाई करते हुए सहायक कमिश्नर अमृतसर (एम.वी) महेश गुप्ता के निर्देश पर ई.टी.ओ पंडित रमन कुमार शर्मा के नेतृत्व में टीम को रवाना किया गया। इसमें विभागीय अधिकारियों के अतिरिक्त सुरक्षा के जवान भी शामिल रहे।
बताया जाता है कि सूचना के मुताबिक एम.वी. टीम ने इस ट्रक को पकड़ने के लिए जम्मू से चंडीगढ़ मार्ग पर कुछ स्थानों पर घेराबंदी की। इसी बीच विभाग को पता चला कि अभी ट्रक रोपड़ क्षेत्र में पहुंच रहा है । विभागीय टीमों द्वारा बनाई घेराबंदी के मुताबिक उन्होंने अंकित किए गए स्थान पर घेरा डाल दिया और ट्रक को काबू कर लिया। मोबाइल टीम ने जब माल के दस्तावेज मांगे तो वाहन चालक के पास खरीद के उपयुक्त बिल नहीं थे। चैकिंग करने पर पता चला कि इस ट्रक में पुरानी बैटरी के स्क्रैप से लदा हुआ है, जिसकी हिमाचल प्रदेश के औद्योगिक क्षेत्रों में काफी डिमांड है। यहां पर इस महंगी धातु को मेल्ट करके नया मटेरियल बनाया जाता है। एम.वी. टीम के मुताबिक बरामद किए गए माल पर 3 लाख 35 हजार रुपए जुर्माना तय किया गया।
इसी प्रकार एम.वी ने एक अन्य सूचना के आधार पर अमृतसर-जालंधर रोड पर व्यास के निकट एक वाहन को रोका तो उसमें अल्युमिनियम स्क्रैप रखा हुआ था। कार्रवाई के बीच टीम ने उस पर 2 लाख 14 हजार रुपए जुर्माना वसूल किया।
मोबाइल विंग टीम ने जालंधर से अमृतसर की तरफ आ रहे एक ट्रक को घेर लिया। मानांवाला/ब्यास रोड पर पकड़े गए इस वाहन की चैकिंग के दौरान इसमें पेंट मटेरियल लदे हुए पाए गए थे। टीम द्वारा चैकिंग व वैल्यूएशन के उपरांत इस पर 1 लाख 20 हजार रुपए जुर्माना वसूला।
शीट से लदा वाहन जालंधर लोकल जाते पकड़ा
इसी प्रकार एक अन्य मिक्स स्क्रैप से भरा हुआ वाहन जो जालंधर से जालंधर लोकल जा रहा था कि एम.वी. टीम ने उसे रोक लिया। चैकिंग करने पर इसमें जी.पी. शीट मिली जो गेट बनाने के काम आती है। इस पर भी टैक्स चोरी का मामला निकला तो एम.वी टीम ने 2 लाख 18 हजार रुपए जुर्माना किया।
अमृतसर फाटक के पास पकड़ा तंबाकू, 1 लाख 62 हजार जुर्माना वसूला
गुप्त सूचक से मिली सूचना पर एसटीओ मोबाइल विंग पंडित रमन कुमार शर्मा की मोबाइल टीम द्वारा रामबाग फाटक के निकट एक ई-रिक्शा को रोक लिया गया। चैकिंग के दौरान पता चला कि इस तंबाकू की डिलीवरी लोकल दी जानी थी। इस पर 1 लाख 62 हजार जुर्माना ठोका गया।
टैक्स चोरी के खिलाफ विभाग का अभियान जारी रहेगा : महेश गुप्ता
सहायक कमिश्नर अमृतसर रेंज महेश गुप्ता ने बताया कि उपरोक्त बरामद किए गए माल पर विभाग ने 10.49 लाख रुपए जुर्माना किया है। उन्होंने कहा कि मोबाइल विंग का टैक्स चोरी के खिलाफ अभियान जारी रहेगा। विभागीय टीमें दिन-रात सड़कों पर होती हैं।
अधिकारियों का पीछा करने वालों पर अब हो सकती है अपराधिक कार्रवाई!
मोबाइल विंग के अधिकारियों की ‘रेकी’ यानि पीछा करने पर सख्त कार्रवाई हो सकती है। हालांकि पिछले सालों से इन्होंने काफी उठा-पटक कर रखी है। यह लोग ज्यादातर उस सामान की तस्करी से टैक्स चोरी करते हैं, जो आकार में छोटी और महंगी होती है और इन्हें छोटे वाहनों पर लोड करके भेज दिया जाता है। टैक्स माफिया ने बेरोजगारी का शिकार हुए कुछ नौजवान लड़कों का श्रम शोषण करते अथवा उनकी मजबूरी का फायदा उठाते हुए 15 से अधिक मोटरसाइकिल सवार नौकरी पर रखे हुए हैं, जिन्हें बाइकों के अतिरिक्त फ्यूल उपलब्ध करवाकर 15 हजार प्रति व्यक्ति मासिक वेतन भी दिया जाता है।
यह लोग मोबाइल विंग के अधिकारियों का पीछा करते हैं और समय-समय इनकी लोकेशन टैक्स चोरों को भेजते हैं। उसी के आधार पर टैक्स चोर रास्ते बदल-बदल कर अपने वाहन निकालने का प्रयास करते हैं। बताया जाता है कि पहले इस बात का कोई तोड़, इसलिए नहीं मिल रहा था कि पीछा करते पकड़े जाने पर जो आपराधिक धाराएं लगती है, उसके मुताबिक अपराधी को शीघ्र जमानत मिल जाती है। जमानत करवाते ही अपराधी दोबारा इसी काम में लग सकता है। इसमें कुछ कानूनी विशेषज्ञों की मदद लेते हुए इसका भी तोड़ निकाला गया है।
बेरोजगार लोग देते हैं आम व्यापारियों को सूचना
सूत्रों से पता चला है कि पहले इस बात का अनुमान लगाया जा रहा था कि यह बेरोजगार लोग आम व्यापारियों को सूचना देते हैं, लेकिन विश्वसनीय सूत्रों का कहना है कि उनके पीछे एक बॉस है, जो इन्हें निर्देश देता है। जल्द ही उसके नाम का खुलासा होगा। यह लोग अधिकारियों का पीछा करने के साथ-साथ सरेआम उन्हें इशारे करते हुए डिस्टर्ब भी करते हैं और इस चोर-सिपाही के खेल में जी.एस.टी. अधिकारियों को शारीरिक तौर पर नुक्सान भी पहुंचा सकते हैं। कानूनी माहिरों के मुताबिक अब इनके सरगना को सीधा हाथ डाला जाएगा। पता चला है कि कुछ मोटरसाइकिल सवार ‘वायदा-माफ गवाह’ बनने के लिए भी तैयार हैं।
कानूनी माहिरों की मानें तो इस अपराध पर ‘कॉग्निजेबल-ऑफें’ बनने का प्रावधान भी है और बड़ी कार्रवाई हो सकती है। संभव है कि इन पर जनहित याचिका भी दायर की जा सकती है। बताया जाता है कि इन रैकरों द्वारा दी गई सूचना लगभग 10 ग्रुपों के लोगों के पास जाती है, जिनमें पासर, ट्रांसपोर्टर, प्राइवेट वाहनों पर माल ढुलाई करने वाले शामिल हैं। वहीं पता चला है कि इन टैक्स चोरी करने वालों का प्लानर और ‘बॉस’ एक ही है, जो जल्दी पकड़ में आने वाला है।
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