Edited By Sunita sarangal,Updated: 15 Dec, 2019 01:31 PM
सी.ए.बी. के खतरनाक नतीजे सामने आएंगे, देश के आधार को कमजोर करने की कोशिश न करे एन.डी.ए.
चंडीगढ़/जालंधर(अश्वनी, धवन): नागरिकता संशोधन बिल के संदर्भ में सुखबीर बादल द्वारा अफगानी सिखों को लेकर की गई टिप्पणियों पर बोलते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि अकाली दल के प्रधान संवैधानिक परम्पराओं की रक्षा करने की बजाय एक गंदी राजनीति कर रहे हैं। उन्होंने सुखबीर से कहा कि क्या वह देश के धर्मनिरपेक्ष ढांचे को नष्ट करना चाहते हैं ताकि अपने व्यक्तिगत राजनीतिक हितों को प्रोत्साहित कर सकें। देश के धर्मनिरपेक्ष ढांचे व संविधान को बचाने की खातिर लोग अपनी जानें दे रहे हैं तो दूसरी तरफ सुखबीर संकीर्ण राजनीति का खेल खेलने में व्यस्त हैं। उन्होंने कहा कि इस समय सवाल देश के अस्तित्व तथा लोकतंत्र व धर्मनिरपेक्ष छवि को बचाने का है।
कैप्टन ने कहा कि अगर सुखबीर अफगानिस्तान से भारत में आए सिखों को भारतीय नागरिकता देने का समर्थन करते हैं तो फिर सवाल यह पैदा होता है कि भारतीय नागरिकता किसी विशेष समुदाय को देने का सवाल नहीं है बल्कि यह सवाल देश के सभी समुदायों के साथ जुड़ा हुआ है। उन्होंने कहा कि वास्तव में केंद्र सरकार को जिसमें शिरोमणि अकाली दल एक पार्टनर है, भारतीय संविधान को तोड़ने का अधिकार नहीं है। सुखबीर दावा कर रहे हैं कि शिरोमणि अकाली दल पिछले 10 वर्षों से अफगानी सिखों को भारतीय नागरिकता दिलवाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने उनसे (सुखबीर से) पूछा कि क्या वह मुस्लिम समुदाय के लोगों को भारतीय नागरिकता से बाहर रखने का समर्थन करेंगे?
मुख्यमंत्री ने कहा कि शिरोमणि अकाली दल को नागरिकता संशोधन बिल पर अपना स्टैंड पूरी तरह से साफ करने की जरूरत है। सी.ए.बी. के खतरनाक नतीजे सामने आएंगे और देश के आधार को कमजोर करने की कोशिश एन.डी.ए. गठबंधन को नहीं करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि कारगिल युद्ध के एक बुजुर्ग को विदेशी घोषित कर दिया गया तथा उसे असम के कारागाह कैंप में भेज दिया गया। उन्होंने कहा कि अगर एक सैनिक की निष्ठा के साथ ऐसा हो सकता है तो फिर देश के अन्य नागरिकों के साथ कैसा सलूक होगा।