Edited By Punjab Kesari,Updated: 25 Nov, 2017 12:07 PM

प्री-प्राइमरी स्कूलों को बंद करने के फैसले समेत लंबे समय से लटकती आ रही मांगों को न मानने के रोष में आज भी आंगनबाड़ी वर्करों ने सांसद रवनीत सिंह बिट्टू की रिहायश के बाहर पीपे खड़का कर कैप्टन सरकार खिलाफ जम कर रोष प्रदर्शन किया। केन्द्र व पंजाब सरकार...
लुधियाना (सलूजा): प्री-प्राइमरी स्कूलों को बंद करने के फैसले समेत लंबे समय से लटकती आ रही मांगों को न मानने के रोष में आज भी आंगनबाड़ी वर्करों ने सांसद रवनीत सिंह बिट्टू की रिहायश के बाहर पीपे खड़का कर कैप्टन सरकार खिलाफ जम कर रोष प्रदर्शन किया। केन्द्र व पंजाब सरकार विरोधी नारों के बीच सम्बोधित करते हुए आंगनबाड़ी मुलाजिम यूनियन की जिला प्रधान सुभाष रानी ने कहा कि एक तरफ तो कैप्टन सरकार पंजाब के हर एक घर में नौकरी देने का ऐलान करती है, जबकि दूसरी तरफ 54,000 आंगनबाड़ी परिवारों से उनका रोजगार छीन कर बेरोजगारी की तरफ धकेला जा रहा है।
उन्होंने कहा कि न तो पंजाब के मुख्यमंत्री के पास व न ही शिक्षा मंत्री के पास उनकी समस्याओं का निपटारा करने का समय है। शिक्षा मंत्री तो हर रोज ही अपने बयान बदल रही हैं जिससे आंगनबाड़ी वर्करों में दिन-प्रतिदिन रोष बढ़ता ही जा रहा है। रोष धरने को सम्बोधित करते हुए आशा रानी, अमरजीत कौर, अंजू मेहता, निर्मल कौर, रजनी बाला व आरती ने कहा कि आज के इस महंगाई के युग में मामूली भत्ते पर काम करके आंगनबाड़ी वर्कर बहुत ही मुश्किल हालातों में अपने परिवारों का गुजारा चला रही हैं।