Punjab : इन एनर्जी ड्रिंक्स की बिक्री पर लगी रोक, जारी हो गए ये Orders

Edited By Subhash Kapoor,Updated: 27 Apr, 2025 09:53 PM

punjab sale of these energy drinks banned

बाजार में उपलब्ध विभिन्न एनर्जी ड्रिंक्स को बच्चों के लिए हानिकारक सिद्ध होने के बाद राज्य के फूड कमिश्नर ने बच्चों को एनर्जी ड्रिंक की बिक्री पर एक वर्ष के लिए रोक लगा दी है।

लुधियाना (सहगल) : बाजार में उपलब्ध विभिन्न एनर्जी ड्रिंक्स को बच्चों के लिए हानिकारक सिद्ध होने के बाद राज्य के फूड कमिश्नर ने बच्चों को एनर्जी ड्रिंक की बिक्री पर एक वर्ष के लिए रोक लगा दी है। फूड कमिश्नर दिलराज सिंह का कहना है कि कई फूड बिजनेस ऑपरेटर बच्चों को एनर्जी ड्रिंक बेचते हैं जिसके लेवल पर ही लिखा होता है कि यह बच्चों के लिए नहीं है। एनर्जी ड्रिंक की बच्चों को बिक्री के लिए लगाई गई रोक 21 अप्रैल से 1 वर्ष के लिए लागू रहेगी। सभी जिलों के सिविल सर्जन तथा जिला स्वास्थ्य अधिकारियों को लिखे पत्र में फूड कमिश्नर ने कहा कि इन दिनों एनर्जी ड्रिंक की बिक्री काफी अधिक हो रही है। 

एनर्जी ड्रिंक से बढ़ता है नशों के प्रति रुझान

कई विशेषज्ञ एनर्जी ड्रिंक्स के प्रभावों की तुलना कोकीन जैसी दवाओं के उपयोग से करते हैं।  ये आम तौर पर गैर-अल्कोहल पेय पदार्थ होते हैं जिनमें कैफीन, ग्वाराना, ग्लूकुरोनोलैक्टोन, टॉरिन, जिनसेंग, इनोसिटोल, कार्निटाइन, बी-विटामिन आदि मुख्य तत्व होते हैं जो उत्तेजक के रूप में कार्य करते हैं। हाल के वर्षों में, ऊर्जा बढ़ाने या आहार पूरक के रूप में भारतीय बाजार में कई अलग-अलग ऊर्जा पेय पेश किए गए हैं। इन पेय पदार्थों में कैफीन का उच्च स्तर होता है (प्रति सर्व में 80 मिलीग्राम तक के स्तर पर जोड़ा जाता है) जो तंत्रिका तंत्र को उत्तेजित करता है। मानसिक प्रदर्शन को बढ़ाने के लिए ऊर्जा पेय में कैफीन मिलाया जाता है। इसके अलावा, शराब या निर्भरता के अन्य पदार्थों के साथ संयोजन में उपयोग किए जाने वाले कैफीन का स्वास्थ्य पर अतिरिक्त प्रभाव हो सकता है। वैज्ञानिक समुदाय बच्चों द्वारा कैफीनयुक्त पेय पदार्थों तक संभावित पहुँच और कैफीन युक्त खाद्य पदार्थों से अन्य उत्पादों में फोर्टिफिकेशन के कैरीओवर को लेकर चिंतित है। नशो के प्रति रुझान की प्रवृत्ति उत्पन्न होती है इसलिए, जिन उत्पादों में कैफीन घटक के रूप में होता है, उन्हें आमतौर पर बच्चों द्वारा आमतौर पर सेवन किए जाने वाले अन्य पेय पदार्थों में घटक के रूप में उपयोग करने से प्रतिबंधित किया जाता है।

एनर्जी ड्रिंक सेहत के लिए हानिकारक
विशेषज्ञ द्वारा काफी पहले ही कैफीन के हानिकारक प्रभावों की पहचान कई अध्ययनों द्वारा की गई है। ऊर्जा पेय के संभावित प्रतिकूल प्रभावों में उनके अवयवों के संबंध में कार्डियोवैस्कुलर, न्यूरोलॉजिकल,मनोवैज्ञानिक, गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल, मेटाबोलिक और किडनी पर होने वाले दुष्प्रभाव शामिल हैं।

एनर्जी ड्रिंक्स निर्माता को करना होगा निर्धारित मापदंडों का पालन
आवश्यक संरचना: इसमें प्रति लीटर 145 मिलीग्राम से कम नहीं और प्रति लीटर 300 मिलीग्राम से अधिक कुल कैफीन नहीं होना चाहिए, चाहे वह उत्पाद के निर्माण में किसी भी स्रोत से प्राप्त हो। लेबल पर प्रतिदिन 500 मिली से अधिक का सेवन न करने की घोषणा करना अनिवार्य होगा, उत्पाद पूर्व-पैकेज्ड खाद्य पदार्थों के लिए खाद्य सुरक्षा और मानक (पैकेजिंग और लेबलिंग) विनियम, 2011 की सामान्य लेबलिंग आवश्यकताओं के सभी प्रावधानों का अनुपालन करेगा, जिसमे एनर्जी ड्रिंक के पैक पर कैफीन की मात्रा प्रति मिलीग्राम दर्शानि होगा फूड कमिश्नर के अनुसार  "बच्चों, गर्भवती या स्तनपान कराने वाली महिलाओं, कैफीन के प्रति संवेदनशील व्यक्तियों के लिए एनर्जी ड्रिंक अनुशंसित नहीं है। इसलिए, ऊपर बताए गए कारणों से, बच्चों द्वारा कैफीनयुक्त ऊर्जा पेय के सेवन को प्रतिबंधित करना उचित और आवश्यक है। 

स्कूलों के आसपास नहीं हो सकेगी बिक्री
ग्रामीण क्षेत्रों में स्कूल परिसर के 100 मीटर के क्षेत्र में तथा शहरी क्षेत्रों में स्कूल परिसर के 50 मीटर के क्षेत्र में स्कूल कैंटीन, टक शॉप,दुकानों या प्रतिष्ठानों में ऊर्जा पेय पदार्थों की बिक्री पर प्रतिबंध रहेगा।

Related Story

Trending Topics

IPL
Rajasthan Royals

Gujarat Titans

Teams will be announced at the toss

img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!