Edited By Kalash,Updated: 18 Dec, 2024 03:55 PM
पंजाब के अलग-अलग थानों व चौंकियों पर हैंड ग्रेनेड से धमाके किए जा रहे हैं।
अमृतसर : पंजाब पुलिस आतंकी हैप्पी पासिया के रडार पर है, पिछले एक महीने से लगातार पंजाब के अलग-अलग थानों व चौंकियों पर हैंड ग्रेनेड से धमाके किए जा रहे हैं। यही नहीं धमाके के बाद आतंकी पासियां सोशल मीडिया पर इसकी जिम्मेदारी भी ले रहा है। अब थानों के साथ-साथ पुलिस नाकों को भी निशाना बनाने की चेतावनी दी गई है। क्या कारण है कि पिछले कुछ समय से सक्रिय हुआ यह आतंकी संगठन लगातार पंजाब पुलिस को अपना निशाना बना रहा है?
हैप्पी पासिया का नाम चर्चा में आने के बाद से लगातार हो रहे धमाके
चंडीगढ़ में हुए हैंड ग्रेनेड हमले के बाद हैप्पी पासिया का नाम चर्चा में आया था। इसके बाद पंजाब के थानों व चौकियों में लगातार धमाके हो रहे हैं। बेशक पंजाब पुलिस इन धमाकों को छिपाने के लिए टायर फटने व कुछ और बात कह कर टाल रही है, मगर लगातार हो रहे यह धमाके राज्य के लिए एक चिंता का विषय बन चुके हैं।
पंजाब पुलिस के लिए एक चुनौती बना आतंकी पासियां
खालिस्तानी आतंकियों ने जब से पुलिस थानों को निशाने पर रखा है, तब से अमेरिका में बैठा आतंकी हैप्पी पासिया पुलिस के लिए एक चुनौती बन चुका है। थानों व चौकियों में ब्लॉस्ट करवाने के लिए हैप्पी पासिया अपने स्लीपर सैल एक्टिव कर रहा है, जिन्हें लगातार विस्फोटक पदार्थ मुहैया करवाया जा रहा है, मगर पंजाब का खुफिया तंत्र पासिया के मंसूबो को बेनकाब करने में नाकाम साबित हो रहा है।
भारतीय सेना भी पहुंची थी मौके पर
अमृतसर के थाना इस्लामाबाद में देर रात हुए धमाके को लेकर पूरा क्षेत्र दहशत में आ गया। धमाके के कुछ घंटों बाद भारतीय सेना मौके पर पहुंची, जैसे ही सेना घटनास्थल की कमान संभालने के लिए उतरी कुछ मिनटों बाद उसे वापस भेज दिया गया। क्या कारण था कि भारतीय सैनिक मौके पर आए और इसके बाद उन्हें वापस भेजा गया। इस पर कोई भी कुछ बोलने को तैयार नहीं है।
लोगों की सुरक्षा में तैनात पुलिस खुद 'असुरक्षित'
राज्य में नगर निगम के चुनावों को लेकर जहां सरगर्मियां तेज हो चुकी है। ऐसे में लोगों की सुरक्षा में तैनात पंजाब पुलिस खुद असुरक्षित है। पिछले 30 दिनों का ग्राफ देखे तो पंजाब के कई थानों व चौकियों में ब्लास्ट हो चुके हैं और अगर यह ब्लॉस्ट किसी पब्लिक प्लेस पर होता है तो राज्य को भारी नुकसान का सामना करना पड़ सकता है। चुनाव आचार संहिता लागू होने के बाद पुलिस द्वारा शांति से चुनाव करवाने के दावे किए जा रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ इस तरह ब्लॉस्ट का होना पुलिस की कार्य कुशलता पर कई तरह के सवाल खड़े कर रहा है। समय रहते अगर कोई ठोस रणनीति न बनाई गई तो पुलिस लोगों पर से अपना विश्वास खो देगी।
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