Edited By Urmila,Updated: 18 Mar, 2025 03:25 PM

मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान द्वारा नशे के खिलाफ छेड़ी गई जंग को अमृतसर जिले में उस समय बड़ी ताकत मिली जब जिले की 715 पंचायतों ने सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित कर ऐलान किया।
अमृतसर (नीरज): मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान द्वारा नशे के खिलाफ छेड़ी गई जंग को अमृतसर जिले में उस समय बड़ी ताकत मिली जब जिले की 715 पंचायतों ने सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित कर ऐलान किया कि पंचायतें नशा बेचने, लूटपाट करने या कोई भी अपराध करने वाले व्यक्ति का समर्थन करने के लिए पुलिस के पास नहीं जाएंगी।
इस संबंध में पंचायत विभाग के अधिकारियों को पंचायतों का सहयोग लेने के लिए भेजने वाली डिप्टी कमिश्नर साक्षी साहनी ने इस खुशी को सांझा करते हुए कहा कि उन्होंने पंचायतों से अपील की है कि अगर पंजाब से नशे को खत्म करना है तो सबसे पहले हमें अपने गांवों से नशे को खत्म करना होगा, इसलिए जरूरी है कि आप ऐसे लोगों के समर्थन में पुलिस के पास न जाएं, बल्कि पुलिस को ऐसे लोगों से लड़ने के लिए प्रेरित करें और नशे को खत्म करने के लिए जिला प्रशासन का सहयोग लें।
715 पंचायतों ने बजाया नशे के खिलाफ जंग का बिगुल
उन्होंने कहा कि यह बहुत खुशी की बात है कि जिले की कुल 860 पंचायतों में से 715 पंचायतों ने नशे के खिलाफ जंग का बिगुल बजाते हुए उन्हें अपना समर्थन देने की घोषणा की है। अजनाला ब्लॉक में 64, अटारी में 52, चोगावां में 90, हर्षा छीना में 64, जंडियाला में 48, मजीठा में 95, रमदास में 60, रईया में 87, तरसिक्का में 83 तथा वेरका में 72 पंचायतों ने नशे के खिलाफ प्रस्ताव पारित किए हैं।
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