Edited By Subhash Kapoor,Updated: 06 Jan, 2025 05:47 PM
गांव हसनपुर में 5 जनवरी की शाम करीब 5 बजे एक प्रवासी मजदूर का बच्चा पतंग लूटते-लूटते खेतों में चला गया, जहां आवारा और खूंखार कुत्तों ने उसे घेर लिया और नोच-नोचकर मार डाला।
मुल्लांपुर दाखा (कालिया): गांव हसनपुर में 5 जनवरी की शाम करीब 5 बजे एक प्रवासी मजदूर का बच्चा पतंग लूटते-लूटते खेतों में चला गया, जहां आवारा और खूंखार कुत्तों ने उसे घेर लिया और नोच-नोचकर मार डाला।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, पिछले 24 सालों से बिहार से आकर गांव हसनपुर में रह रहे प्रवासी मजदूर शंकर, जो डेकोरेशन का काम करता है और चाय का खोखा लगाकर अपने परिवार का पेट पालता है, का बेटा अर्जुन अपने दोस्तों के साथ पतंग लूट रहा था। पतंग लूटते-लूटते अर्जुन अपने दोस्तों से अलग होकर इकट्ठी की हुई पतंगों के साथ एक और पतंग लूटने के लिए खेतों में चला गया। वहीं आवारा और खूंखार कुत्तों ने उसे घेर लिया और नोच-नोचकर मार डाला।
पीड़ित पिता ने रोते हुए बताया कि उसके चार बच्चे हैं, जिनमें तीन बेटे और एक बेटी हैं। अर्जुन उनमें सबसे बड़ा था और सरकारी स्कूल में पढ़ता था। मात्र दो रुपए की पतंग ने उसकी जान ले ली। बच्चे का अंतिम संस्कार कर दिया गया है।