Edited By swetha,Updated: 31 Mar, 2020 01:55 PM
कोरोना वायरस के कारण लगातार अपने-अपने घरों को जा रहे प्रवासी मजदूरों के लिए पंजाब सरकार ने बडा़ कदम उठाते हुए सरकारी स्कूल के दरवाजे खोलने के साथ ही उनके खाने का भी प्रंबंध किया है ।
चंडीगढ़ःकोरोना वायरस के कारण लगातार अपने-अपने घरों को जा रहे प्रवासी मजदूरों के लिए पंजाब सरकार ने बडा़ कदम उठाते हुए सरकारी स्कूल के दरवाजे खोलने के साथ ही उनके खाने का भी प्रंबंध किया है । इसके लिए शिक्षा मंत्री विजय इंदर सिंगला ने आदेश दे दिए हैं। मजदूरों के लगातार अपने घर की तरफ प्रस्थान करने की वजह से सीमावर्ती क्षेत्रों में मजदूरों का जमावड़ा बढ़ता जा रहा है।
लॉकडाउन और कर्फ्यू के कारण वाहन नहीं चल रहे हैं, जबकि मजदूर पैदल ही अपने-अपने घरों को निकल रहे हैं। वाहन न मिलने के कारण पंजाब-हरियाणा, पंजाब-हिमाचल प्रदेश, व राजस्थान बार्डर पर मजदूरों का दबाव बढ़ गया है। इसके कारण राज्य सरकार की चिंता बढ़ गई है। बड़ी संख्या में मजदूरों के एकत्रित होने के कारण कोरोना वायरस के फैलने का भी खतरा उत्पन्न हो रहा है। इसे देखते हुए शिक्षा मंत्री ने शिक्षा सचिव कृष्ण कुमार को निर्देश दिए हैं कि वह फील्ड में अधिकारियों को आदेश जारी करें कि वह मजदूरों के लिए स्कूल खोल दें। इन मजदूरों के खाने-पीने की व्यवस्था जिला प्रशासन को करनी होगी। वहीं आनंदपुर साहिब से सांसद मनीष तिवारी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर सड़कों पर उतरे हजारों की संख्या में लोगों के लिए विशेष ट्रेनों चलाने की मांग की है।